लखनऊ, 1 मार्च। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार जल्द ही खत्म होने को है। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लौटने के बाद शुक्रवार को राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की, जिससे राजनीतिक गलियारों में कैबिनेट विस्तार की चर्चा को हवा मिल गई।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की मानें तो सीएम योगी दो-चार दिनों के भीतर ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार का विस्तार करेंगे। इस क्रम में बीते आठ माह से योगी सरकार में मंत्री पद पाने की बाट जोह रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओपी राजभर और भाजपा एमएलसी दारा सिंह चौहान का इंतजार भी खत्म हो जाएगा। इस विस्तार में राजभर व चौहान के अलावा राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अशरफ अली और अनिल पुरकाजी व आकाश सक्सेना सहित लगभग आठ लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की चर्चा है।
रालोद के ये विधायक मंत्री बनेंगे
गौरतलब है कि बीते साल जुलाई में समाजवादी पार्टी (सपा) से नाता तोड़ कर भाजपा में शामिल हुए दारा सिंह चौहान और सुभासपा के ओपी राजभर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बने थे। इसके के बाद से इन दोनों को योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी।
अब रालोद के एनडीए का हिस्सा बनाने के बाद से उसके भी दो विधायकों को योगी सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। कहा जा रहा है कि रालोद मुखिया जयंत चौधरी की सपा मुखिया अखिलेश यादव से दोस्ती तोड़ने के ईनाम के तौर पर योगी सरकार में उनके दो लोगों को मंत्री बनाए जाने का कामिटमेंट भाजपा के शीर्ष नेताओं ने किया है। इसके चलते ही योगी सरकार में रालोद विधायक अशरफ अली, राजपाल बलियान तथा अनिल पुरकाजी में से दो लोगों को मंत्री बनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम यूपी की 25 लोकसभा सीटों पर रालोद का प्रभाव है। इन सीटों पर जाट, मुस्लिम और गूजर समाज पर रालोद की मजबूत पकड़ है। यही वजह है कि भाजपा ने जयंत चौधरी को अपने साथ लाने के लिए पूरी ताकत लगा दी और जयंत के दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का एलान किया। भाजपा का यह दांव कारगर साबित हुआ और जयंत एनडीए का हिस्सा बन गए। अब रालोद के एक विधायक को योगी सरकार ने कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा और एक को राज्यमंत्री।
इनके भी मंत्री बनने की चर्चा
इसी प्रकार सुभासपा से ओपी राजभर को कैबिनेट मंत्री तथा एक अन्य को राज्यमंत्री बनाया जाएगा। पूर्वांचल की 26 सीटों पर ओम प्रकाश राजभर की पार्टी का प्रभाव माना जाता है, जहां सपा को रोकने में वह भाजपा के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
मंत्री न बनाए जाने पर राजभर ने होली न खेलने की घोषणा की थी
राजभर ने गुरुवार को एलान किया था कि मंत्री न बनाए जाने पर वह होली नहीं खेलेंगे। उनकी इस घोषणा को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गंभीरता से लिया। कहा जा रहा है कि इसके बाद ही दिल्ली में सीएम योगी से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने यूपी में मंत्रिमण्डल विस्तार करने की सलाह दी, जिसके चलते ही सीएम योगी दिल्ली से लखनऊ आते ही सीधे राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलने राजभवन पहुंच गए। अगले दो-तीन दिनों तक राज्यपाल की इस व्यस्तता को देखते हुए दो से चार दिनों के भीतर ही मंत्रिमंडल विस्तार का समय तय किया जाएगा।
फिलहाल रालोद और सुभासपा के अलावा योगी सरकार में दारा सिंह चौहान के साथ सिद्धार्थनाथ सिंह, महेंद्र सिंह, आकाश सक्सेना तथा सौरभ सिंह सोनू को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। सीएम योगी महेंद्र सिंह और राजेश्वर सिंह को अपनी सरकार में मंत्री बनाना चाहते हैं। अब देखना यह है की भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के किन किन विधायकों को मंत्री बनाए जाने की स्वीकृति दी है।
फिलहाल अब यह तय हो गया है कि योगी सरकार के दो वर्ष पूरा होने के कुछ दिन पहले ही उनकी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा। यूपी में योगी सरकार का दूसरी बार गठन 25 मार्च, 2022 को हुआ था। इसके बाद अब उनके मंत्रिमंडल का यह पहला विस्तार होगा।