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बिहार की हिंसा में कोचिंग सेंटरों की भूमिका? अफसर बोले- जांच कर लेंगे ऐक्शन

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पटना, 18 जून। पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन करने वालों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा। वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों को चिह्नित किया गया है। अशांति उत्पन्न करने वालों की पहचान की जा रही है। आठ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया है कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज मिले हैं। हम उस आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं। जिन कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता होगी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डीएम ने कहा है कि अर्द्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं। उपद्रवियों पर सरकार की पैनी नजर है। रेल थाना द्वारा बताया गया कि उपद्रवियों द्वारा शुक्रवार को तीन इलेक्ट्रिक इंजन एवं एक डीजल इंजन में आग लगाई गई। रेलवे की 8 बोगियों को जला दिया गया। रेलवे स्टेशन परिसर में 8 निजी वाहनों में आग लगाया गया।

डीएम ने कहा कि महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया है। हम छात्रों से शांतिपूर्वक विरोध करने की अपील करते हैं। दानापुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ के आरोप में 170 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और 46 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि सेना की अग्निपथ योजना के खिलाफ शुक्रवार को बिहार के कई जिलों में तीसरे दिन भी जमकर उपद्रव हुआ। इस दौरान 27 रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ और आगजनी की गई तथा 14 ट्रेनों को फूंक दिया गया। पुलिस-प्रशासन के वाहनों के अलावा भाजपा नेताओं के घरों और दफ्तरों को भी निशाना बनाया गया।

कई बसें आग के हवाले कर दी गईं तो कई जगह उपद्रवियों ने पत्थर बरसाए। बेगूसराय, खगड़िया समेत कई जिलों में एनएच जामकर आगजनी व तोड़फोड़ की गई। उपद्रव को देखते हुए राज्य के 15 जिलों में अगले 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। साथ ही उपद्रव के दौरान 325 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 70 केस दर्ज किए गए हैं।

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