अयोध्या, 17 जनवरी। अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी को प्रस्तावित रामलला के विग्रह के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस बीच रामलला की प्रतिनिधि मूर्ति को आज पहले अयोध्या में राम मंदिर परिसर में ले जाया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (राम मंदिर ट्रस्ट) को इस महत्वपूर्ण अवसर पर राजनेताओं, उद्योगपतियों, संतों और मशहूर हस्तियों सहित 7,000 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। समारोह में विभिन्न देशों के लगभग 100 प्रतिनिधियों के अभिषेक समारोह में भाग लेने की उम्मीद है। मंदिर ट्रस्ट की घोषणा के अनुसार, ‘भगवान श्री रामलला सरकार के गर्भगृह’ में सभी स्वर्ण दरवाजों की स्थापना सोमवार को ही पूरी हो चुकी है। विशेष रूप से, मैसूर स्थित मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तैयार की गई रामलला की मूर्ति को अयोध्या के राम मंदिर में स्थापना के लिए चुना गया है।
प्राण प्रतिष्ठा पूजन संबंधी जानकारी:
आज दिनांक 17 जनवरी, बुधवार को जलयात्रा भव्य रूप से हुई। भगवान श्री रामलला जी की मूर्ति की शोभायात्रा उत्साह के साथ सम्पन्न हुई। मण्डप में आनन्द रामायण का पारायण प्रारम्भ हुआ।
दिनांक 18 जनवरी 2024, गुरुवार को मध्याह्न 1:20 बजे संकल्प होगा।… pic.twitter.com/DTy6jOWRIM
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 17, 2024
इस बीच प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया। मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने यह जानकारी दी। अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ था, जो बुधवार को यहां सरयू नदी के तट पर ‘यजमान’ (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन’ के साथ जारी रहा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य व मुख्य यजमान अनिल मिश्र, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर ‘कलश पूजन’ किया। समारोह के दिन राम लला के विग्रह (प्रतिनिधि मूर्ति) की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े न्यूनतम जरूरी अनुष्ठानों को किया जाएगा।