लखनऊ, 18 जून। कोरोना के दो साल में ठंडी चीजों के खाने-पीने से परहेज की हिदायत से लोग ठण्डी बियर से दूर रहे। मगर इस बार प्रचण्ड गर्मी ने शौकीनों ने बियर पीने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वर्ष 2020 और 2021 के कोरोना काल के इन दो वर्षों को अगर छोड़ दें तो वर्ष 2019 के मुकाबले यूपी वाले इस बार मई में करीब तीन करोड़ केन ज्यादा बियर पी गए हैं। नौबत यह आ गई है कि मांग के मुताबिक फुटकर दुकानों पर बियर उपलब्ध ही नहीं है। अगर कीमत के नजरिये से और प्रतिकेन 150 रुपये के हिसाब से यूपी वालों ने 12 अरब 57 करोड़ रुपये की बियर पी डाली है।
फुटकर बियर विक्रेता देवेश जायसवाल बताते हैं कि सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि प्रदेश के लगभग हर जिले में रोजाना बियर शॉप ‘ड्राई’ हो जा रही है, ग्राहकों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। मांग के मुकाबले करीब 60 से 70 फीसदी आपूर्ति रोजाना बाधित हो रही है। हर ब्राण्ड की बियर की समुचित आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
पिछले साल यानि 2021 के अप्रैल-मई महीनों की बात करें तो उस दरम्यान कोरोना के चलते शौकीन ठण्डी बियर से फासले पर रहे। वर्ष 2021 के मई के महीने में महज 3 करोड़ 21 लाख केन बियर की ही खपत हुई थी, अगर इस साल वर्ष 2022 के मई महीने में हुई खपत से तुलना करें तो यह 105 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2021 के अप्रैल-मई के महीने में कुल 8 करोड़ 74 लाख केन बियर पी गई थी जबकि इस साल यानी 2022 में अकेले मई के महीने में ही 8 करोड़ 38 लाख केन बियर खप गई जो कि 82 फीसदी अधिक रही।
अवधि उत्पाद खपत की मात्रा कीमत
मई 2022 बीयर 8 करोड़ 38 लाख केन 12.57 अरब
मई 2019 बीयर 5 करोड़ 58 लाख केन 8.37 अरब
मई 2018 बीयर 3 करोड़ 58 लाख केन 5.37 अरब