Site icon Revoi.in

सात्विकसाईराज व चिराग शेट्टी की जोड़ी ने रचा इतिहास, पहली बार इंडोनेशिया ओपन खिताब जीता

Social Share

जकार्ता, 18 जून। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने रविवार को यहां विश्व बैडमिंटन इतिहास में नए अध्याय का सृजन करते हुए इंडोनेशिया ओपन खिताब अपने नाम कर लिया। यह पहला मौका है, जब सात्विक व चिराग के रूप में किसी भारतीय पुरुष जोड़ी ने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर में सुपर 1000 स्तर की कोई उपाधि जीती है।

फाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन मलेशियाई जोड़ी को 43 मिनट में शिकस्त दी

सातवें नामांकित सात्विक और चिराग ने इस्तोरा गेलोरा बंग कार्नो स्पोर्ट्स पैलेस के कोर्ट नंबर एक खेले गए फाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन मलेशिया के आरोन चिया व वूई यिक सोह की जोड़ी को सिर्फ 43 मिनट में 21-17, 21-18 से हराकर श्रेष्ठता सिद्ध की। भारतीय जोड़ी ने इस प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर एक इंडोनेशियाई जोड़ी फजर अलफियान व मुहम्मद रियान अर्दियांतो को भी स्तब्ध किया था।

आरोन चिया व वूई यिक के खिलाफ भारतीय जोड़ी की पहली जीत

गौर करने वाली बात तो यह है कि विश्व नंबर छह चिराग व सात्विक की विश्व रैंकिंग में स्वयं से तीन पायदान ऊपर आरोन चिया व वूई यिग सोह के खिलाफ नौ मुकाबलों में यह पहली जीत है। पिछली आठ मुलाकातों में भारतीय जोड़ी को पराजय झेलनी पड़ी थी। इनमें पिछले वर्ष टोक्यो विश्व चैंपियनशिप सेमीफाइनल और बर्मिंघम राष्ट्रकुल खेलों के फाइनल चरण में मिली पराजय भी शामिल थी। फिलहाल इस जीत से चिराग व सात्विक ने पिछली सारी पराजयों का हिसाब दमदार अंदाज में चुका दिया।

दोनों गेमों में अच्छी टक्कर देखने को मिली

हालांकि इस ऐतिहासिक जीत के लिए भारतीय युगल को संघर्ष करना पड़ा। सात्विक-चिराग की शुरुआत अच्छी नहीं रही जबकि मलेशियाई जोड़ी ने 7-3 की बढ़त ले ली। सात्विक-चिराग ने जल्द ही लय हासिल करते हुए 7-7 पर बराबरी की और ब्रेक तक 11-9 की बढ़त बना ली। इसके बाद सात्विक-चिराग ने अपने मलेशियाई प्रतद्विंदियों को वापसी का मौका नहीं दिया और पहला गेम 21-17 से जीतने में सफल रहे।

मलेशियाई जोड़ी ने बचाए 4 मैच अंक

दूसरे गेम में भी आरोन-सोह ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारतीय युगल ने जल्द ही मुकाबले पर काबू पा लिया। स्कोर 6-6 पर बराबर होने के बाद आरोन-सोह लगातार प्रयासों के बावजूद बढ़त नहीं बना सके। सात्विक-चिराग 20-14 की बढ़त बनाकर उपाधि जीतने से सिर्फ एक अंक दूर थे। मलेशियाई युगल ने इस समय आक्रामकता दिखाई और लगातार चार मैच प्वॉइंट बचाए। फिलहाल भारतीय जोड़ी 21-18 से गेम और चैंपियनशिप जीतने में सफल रही।

इंडोनेशिया ओपन के युगल में भारत को पहली बार सफलता

देखा जाए तो इंडोनेशिया ओपन के युगल में पहली बार किसी भारतीय जोड़ी को सफलता मिली। साइना नेहवाल (2010, 2012) और किदांबी श्रीकांत (2017) ने इससे पहले जकार्ता में एकल खिताब जीते हैं। सात्विक और चिराग की जोड़ी इसके साथ ही देश की पहली पुरुष जोड़ी बन गई है, जिसने सुपर 100, सुपर 300, सुपर 500, सुपर 750 और सुपर 1000 स्तर की किसी न किसी प्रतियोगिता में खिताबी जीत हासिल की है।

इन दोनों ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के साथ थॉमस कप में स्वर्ण और विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक हासिल किए हैं। उन्होंने सैयद मोदी (सुपर 300), थाईलैंड ओपन (सुपर 500) और फ्रेंच ओपन (सुपर 750) का भी खिताब अपने नाम किया है।

बीडब्ल्यूएफ (विश्व बैडमिंटन महासंघ) के विश्व टूर को छह स्तरों में विभाजित किया गया है। जिसमें विश्व टूर फाइनल, चार सुपर 1000, छह सुपर 750, सात सुपर 500 और 11 सुपर 300 के अलावा बीडब्ल्यूएफ टूर सुपर 100 स्तर के टूर्नामेंट हैं, जिनसे खिलाड़ियों को रैंकिंग अंक मिलते हैं। इनमें से प्रत्येक स्तर के टूर्नामेंट से अलग-अलग रैंकिंग अंक और पुरस्कार राशि दी जाती है। सुपर 1000 स्तर में सबसे अधिक रैंकिंग अंक और पुरस्कार राशि दी जाती है।

विक्टर एक्सेल्सेन व चेन यू फेई ने जीते एकल खिताब

प्रतियोगिता के एकल वर्ग की बात करें तो मौजूदा विश्व नंबर एक डेनमार्क के विक्टर एक्सेल्सेन व चीन की चेन यू फेई ने क्रमशः पुरुष व महिला वर्ग में लगातार दूसरी बार श्रेष्ठता साबित की। सर्वोच्च वरीय एक्सेल्सेन ने पुरुष एकल फाइनल में दूसरी सीड इंडोनेशियाई एंथनी सिनिसुका गिनटिंग को 47 मिनट में 21-14, 21-13 से शिकस्त दी जबकि महिला एकल फाइनल में चतुर्थ वरीय चेन यू फेई ने छठी सीड स्पेनिश कैरोलिना मारिन को 64 मिनट के संघर्ष के पश्चात 21-18, 21-19 से हराया।