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विश्व शतरंज के नए बादशाह गुकेश को सिंगापुर में भारतीय समुदाय ने किया सम्मानित

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सिंगापुर, 14 दिसम्बर। विश्व शतरंज इतिहास में सबसे कम उम्र चैम्पियन बने गुकेश डोमाराजू को आज यहां भारतीय समुदाय की ओऱ से सम्मानित किया गया। भारतीय उच्चायोग की ओर से आयोजित एक स्वागत समारोह में उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अंबुले के नेतृत्व में भारतीय समुदाय के लगभग 150 सदस्यों ने विश्व शतरंज के इस नए बादशाह का अभिनंदन किया।

उल्लेखनीय है कि 18 वर्षीय चेन्नई वासी डी गुकेश ने बीते गुरुवार को सिंगापुर में ही गत चैम्पियन चीन के 32 वर्षीय डिंग लिरेन को हराकर विश्व खिताब जीता। उन्होंने 14 बाजियों का मुकाबला 7.5-6.5 से अपने नाम किया।

अभिनंदन समारोह में उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अंबुले कहा, ‘यह गुकेश की जीत थी, चाहे कोई कुछ भी कहें।’ उन्होंने इस युवा चैम्पियन को जीत की शुभकामनाएं देते कहा, ‘हमें गुकेश और उनकी जीत पर गर्व है।’ इस मौके पर गुकेश ने प्रवासी भारतवासियों साथ व्यक्तिगत तस्वीरें भी खिंचवाई।

गुकेश दुनियाभर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं

‘बिझार सिंगापुर’ (बिहार और झारखंड के लोगों का समूह) की अध्यक्ष शिवानी खिरवाल ने कहा, ‘हमें उनकी जीत पर गर्व है। यह बहुत ही जादुई क्षण था।’ नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर में प्रोफेसर संध्या सिंह ने कहा, ‘यह अद्भुत जीत थी। भारतीय प्रवासियों को इस जीत पर गर्व है। वह दुनियाभर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं।’

भव्य समारोह में गुकेश को दी गई विजेता ट्रॉफी

इसके पूर्व शुक्रवार की शाम यहां इक्वैरियस होटल सेंटोसा के शानदार बॉलरूम में आयोजित भव्य समारोह में गुकेश को विजेता ट्रॉफी सौंपी गई। गुकेश ने ट्रॉफी ग्रहण करते ही इसे अपने पिता डॉ. रजनीकांत और मां पद्मा की ओर बढ़ा दी। मां पद्मा ने ट्रॉफी चूम कर अपनी खुशी का इजहार किया।

गुकेश ने कहा, “मेरी मां अब भी कहती है – ‘मुझे यह सुनकर बहुत खुशी होगी कि तुम एक महान शतरंज खिलाड़ी हो, लेकिन मुझे यह सुनकर और भी खुशी होगी कि तुम एक महान इंसान हो।’ यह कुछ ऐसा है, जिसे मैं वास्तव में बहुत महत्व देता हू। मुझे पता है कि मुझे बहुत सी चीजों पर काम करना है, लेकिन मैं अपनी पूरी कोशिश करता हूं।”

 

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