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बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि

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पटना, 14 मई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। मंगलवार की रात यहां दीघा श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ 72 वर्षीय दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार किया गया। बड़े पुत्र उत्कर्ष तथागत ने पिता को मुखाग्नि दी।

सुशील मोदी पिछले छह माह से गले के कैंसर से पीड़ित थे और सोमवार की रात दिल्ली एम्स में उनका निधन हो गया था। उन्होंने पिछले महीने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में लिखा था, ‘पिछले छह माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं। अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊंगा। प्रधानमंत्री को सब कुछ बता दिया है।’

बिहार की राजनीति में लगभग ढाई दशक तक भाजपा की धुरी रहे सुशील मोदी की अंतिम यात्रा शाम 7.30 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय से दीघा घाट के लिए निकली। इसके पहले पटना एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास राजेंद्र नगर लाया गया। वहां से दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर आरएसएस क्षेत्रीय कार्यालय और फिर विधान मंडल परिसर लाया गया, जहां विभिन्न दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी कार्यालय में पार्थिव शरीर पर पार्टी का झंडा ओढ़ाकर उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी।

इसके पूर्व अपराह्न में विशेष विमान से पटना हवाईअड्डा पहुंचने के बाद दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर विशेष वाहन से लगभग तीन बजे राजेंद्र नगर स्थित आवास पर ले जाया गया, जहां पहले से ही बड़ी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता, शुभचिंतकों के साथ ही मोहल्ले के लोग जमा थे। आवास पर पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शन के लिए अपराह्न चार बजे रखा गया था।

अंततः देर शाम भाजपा कार्यालय से निकली अंतिम यात्रा में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े, उप मुख्यमंत्रीद्वय सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, मंत्री मंगल पांडेय, नितिन नवीन और विधायक संजीव चौरसिया, यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और आमलोग शामिल थे।

सीएम नीतीश कुमार अस्वस्थता के चलते अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके

फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थता के चलते अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके। दिवंगत नेता की अंतिम यात्रा जनार्दन घाट पर घंटेभर में पहुंचने के बाद रात करीब पौने नौ बजे अंतिम संस्कार किया गया। सुशील मोदी के शोक संतप्त परिवार में पत्नी जेसी जॉर्ज और दो बेटे हैं। छोटे बेटा अक्षय अमृतांशु और बहू सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं तो बड़ा बेटे उत्कर्ष तथागत पत्नी के साथ मिलकर बेंगलुरु में लॉ फर्म चलाते हैं।