न्यू जर्सी (अमेरिका), 10 अक्टूबर (पीटीआई)। अमेरिका के न्यू जर्सी में हिन्दू मंदिर बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम का रविवार को उद्घाटन किया गया। यह भारत के बाहर सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर है। 185 एकड़ में फैले इस मंदिर के जरिए श्रद्धालुओं ने अमेरिका और दुनियाभर में रहने वाले लोगों को एकता, शांति और सद्भाव का संदेश दिया।
मीडिया एंड रिलीजन के स्कॉलर योगी त्रिवेदी ने मंदिर का विशेषता के बारे में बताया, ‘जब वे दर्शन करने और पूजा करने के लिए अंदर आते हैं तो हर कोई समावेशिता की भावना महसूस करता है। जब आप जगती, या मंदिर की आधार-लंबाई के चारों ओर घूमते हैं, तो आप समावेशिता, भक्ति, सेवा, आध्यात्मिक उत्थान, सभी मानवता के लिए प्रेम की सार्वभौमिक मान्यताओं को देखेंगे क्योंकि भगवान भीतर रहते हैं।’
योगी त्रिवेदी ने बताया, ‘उन सार्वभौमिक मान्यताओं को मंदिर के भीतर इस तरह से दिखाया गया है कि अमेरिकी श्रद्धालु जो यात्रा करते हैं, हिन्दू श्रद्धालु जो यात्रा करते हैं, और अंतरराष्ट्रीय दर्शक जो आगंतुकों या तीर्थयात्रियों के रूप में आएंगे, वे भी उन लोगों की सराहना करेंगे और आसानी से जुड़ेंगे, जो उन संदेशों को साझा कर रहे हैं।’
पत्थर निर्मित गुंबद अब तक का सबसे बड़ा अंडाकार गुंबद
इस भव्य मंदिर का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था और इसी वर्ष पूरा हुआ। इसे दुनियाभर के 12,500 वॉलिंटियरों ने मिलकर तैयार किया है। यह मंदिर अपने आप में कई खासियत समेट हुए है। मंदिर का गुंबद पत्थर से बना है और ये अब तक का सबसे बड़ा अंडाकार गुंबद है। साथ ही इस मंदिर में भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों को दर्शाने वाली बेहतरीन मू्तियों का भी खास कलेक्शन है।
मंदिर में भरतनाट्यम के 110 से ज्यादा पोज कंडावित
स्वामी महाराज ने बताया, ‘भरतनाट्यम के 110 से ज्यादा पोज हमने यहां कंडावित किए हैं। एक-एक पोज की मूर्ति बहुत बड़ी है, आप यहां देखेंगे। भरतनाट्यम पूरा यहां रखा हुआ है। एक और बात आपको बताना चाहूंगा, भारतवर्ष के 150 इंस्ट्रूमेंट हैं, वाद्ययंत्र हैं, सभी 150 वाद्ययंत्र इनके नाम आते भी नहीं होंगे, ये सभी एक-एक देवता की मूर्ति, एक-एक म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट लेकर बजाती है, ऐसे बड़ी-बड़ी मूर्तियां यहां स्कल्पचर में मतलब शिल्प पर है।
बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर विश्व में तीसरा ऐसा सांस्कृतिक परिसर
दरअसल, दुनियाभर में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर हिन्दू कला, वास्तुकला और संस्कृति के स्थल हैं। ये आध्यात्मिक और सामुदायिक केंद्रों के रूप में काम करते हैं और सभी धर्मों और पृष्ठभूमि के लोगों के लिए खुले हैं। न्यू जर्सी में यह मंदिर विश्व स्तर पर तीसरा ऐसा सांस्कृतिक परिसर है। साथ ही इसे भारत के बाहर सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर माना जा रहा है।