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हत्यारों ने उगले कई राज – अतीक से बड़ा माफिया बनने के लिए दिया घटना को अंजाम

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प्रयागराज, 16 अप्रैल। प्रयागराज पुलिस ने माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या में पकड़े गए तीनों आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में पता चला है कि तीनों आरोपितों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस हालांकि अब तक तीनों आरोपितों के बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है क्योंकि वे बार-बार अपना बयान बदल रहे हैं। उनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड क्या रहा है, इस बारे में भी पुलिस जानकारी इकट्ठा कर रही है। फिलहाल आरोपितों ने शुरुआती पूछताछ में यह बताया है कि वे तीनों अतीक से बड़ा माफिया बनना चाहते थे, इसलिए उसकी हत्या कर दी।

तीनों आरोपित प्रयागराज के बाहर के रहने वाले

पुलिस के अनुसार तीनों आरोपित प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं। लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, वहीं अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है जबकि सनी कासगंज निवासी है। पूछताछ में तीनों हमलावरों ने अपना यही पता बताया है और पुलिस इनके बयानों का सत्यापन कर रही है। जांच में एक बात अफसरों को स्पष्ट हो रही है कि तीनों अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे।

पाकिस्तान से थे अतीक के नापाक संबंध

पुलिस के सामने हत्यारे लगातार बयान बदल रहे हैं। उनमे से एक ने पूछताछ में बताया, ‘माफिया अतीक का संबंध नापाक पाकिस्तान से था। गैंग के लोगों ने कई निर्दोषों की हत्या की थी। दोनों भाई सिर्फ व्यक्ति को नहीं मारते थे बल्कि गवाहों को भी नहीं छोड़ते थे। ऐसे में हमने उसे मार दिया।’

पुलिस खंगाल रही आपराधिक इतिहास

आरोपितों का किस तरह का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है इस बारे में पुलिस जानकारी इकट्ठा कर रही है। पूछताछ करने वाले अधिकारी की मानें तो आरोपितों का कहना है कि आखिर कब तक वो छोटे मोटे शूटर बने रहते। ऐसे में बड़ा माफिया बनने के लिए उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस अभी इन तीनों के बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है।

3 दिनों से कर रहे थे रेकी

पुलिस के अनुसार तीनों आरोपी अब भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। जांच में ये बात तो स्पष्ट है कि तीनों आरोपित अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे। ये तीनों पिछले तीन दिनों से अतीक और अशरफ की रेकी कर रहे थे, जब स्थानीय कोर्ट ने दोनों भाइयों को पुलिस रिमांड में भेजा था।