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भारतीय नौसेना नौकायन चैम्पियनशिप प्रतियोगित 16 से 19 अक्टूबर तक एझीमाला में होगी

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एझीमाला , 14अक्टूबर भारतीय नौसेना की सबसे प्रतीक्षित और सबसे बड़ी नौकायन प्रतियोगिता, भारतीय नौसेना नौकायन चैम्पियनशिप (आईएनएसएससी), 16 से 19 अक्टूबर 2024 तक भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझीमाला में आयोजित की जाएगी।

देश की बेहतरीन नौकायन सुविधाओं में से एक आईएनए में मराक्कर वाटरशिप ट्रेनिंग सेंटर (एमडब्ल्यूटीसी) भारतीय नौसेना के 100 से अधिक प्रतिभागियों की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जो रेसिंग के तीन अलग-अलग प्रारूपों में पांच अलग-अलग वर्गों की नौकाओं में अपने नौकायन कौशल का परीक्षण करेंगे।

आईएनएससी भारतीय नौसेना नौकायन संघ (आईएनएसए) के तत्वावधान में आयोजित एक वार्षिक अंतर कमान कार्यक्रम है, जो प्रतिस्पर्धी नौकायन में नौसेना कर्मियों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए नौसेना मुख्यालय पर आधारित है।

आईएनएससी के इस संस्‍करण में अधिकारियों, कैडेटों और नाविकों सहित तीनों नौसेना कमानों की टीमों की भागीदारी होगी। रेसिंग नौकायन के चार सबसे लोकप्रिय प्रारूपों में होगी। फ्लीट रेसिंग महिलाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय लेजर क्लास एसोसिएशन (आईएलसीए-6) श्रेणी की नाव, पुरुषों के लिए आईएलसीए-7 श्रेणी की नाव और विंडसर्फिंग ओपन के लिए बीआईसी बीच श्रेणी की नाव में होगी। टीम रेसिंग एंटरप्राइज़ क्लास बोट में होगी।

भारतीय नौसेना कौशल गतिविधियों पर विशेष जोर देती है और नौकायन के खेल को नाविक कौशल, सौहार्द, साहस और अन्य नेतृत्व गुणों को विकसित करने के साधन के रूप में मान्यता देती है।

वाइस एडमिरल कविता सहाय ने महानिदेशक चिकित्सा सेवा का कार्यभार संभाला

सर्जन वाइस एडमिरल कविता सहाय, एसएम, वीएसएम ने 14 अक्टूबर 2024 को महानिदेशक चिकित्सा सेवा (एनएवीवाई) के रूप में कार्यभार संभाला लिया है। फ्लैग ऑफिसर को 30 दिसंबर 1986 को सेना चिकित्सा कोर में कमीशन दिया गया था।

प्रतिष्ठित सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज पुणे के पूर्व छात्र ने प्रतिष्ठित एम्स, नई दिल्ली से पैथोलॉजी में विशेषज्ञता प्राप्त की है। वह एएचआरआर और बीएचडीसी में प्रयोगशाला विज्ञान विभाग की प्रोफेसर और प्रमुख हैं।

वह पुणे के पैथोलॉजी विभाग में प्रोफेसर भी रह चुकी हैं। डीजीएमएस (नौसेना) के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, वह एएमसी केंद्र और कॉलेज की पहली महिला कमांडेंट और ओआई/सी रिकॉर्ड थीं।

वह सेना चिकित्सा कोर की कर्नल कमांडेंट चुनी जाने वाली देश की पहली महिला अधिकारी हैं। उन्हें चिकित्सा शिक्षा में विशेष रुचि है और 2013-14 में अमेरिका के फिलाडेल्फिया से मेडिसिन एजुकेशन की उन्नति के लिए प्रतिष्ठित फाउंडेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ इंटरनेशनल मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (एफआईएमईआर) फैलोशिप से सम्मानित किया गया था।

उनकी विशिष्ट सेवा के लिए 2018 में विशिष्ट सेवा पदक फ्लैग ऑफिसर और 2024 में सेना पदक से सम्मानित किया गया है और सेना प्रमुख ने 2008 और 2012 में दो बार और वर्ष 2010 में जीओसी-इन-सी (डब्ल्यूसी) द्वारा उनकी सराहना की गई है।

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