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वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भारत में सिर्फ पूर्वोत्तर राज्यों, बंगाल व ओडिशा के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा

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नई दिल्ली, 25 मई। वर्ष 2021 का पहला चंद्र ग्रहण बुधवार, 26 मई को लगने जा रहा है। 28 माह बाद लग रहा पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका के अलावा प्रशांत, अंटार्कटिका और हिंद महासागर को कवर करने वाले क्षेत्र में दिखाई देगा।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार भारत में चंद्रोदय के ठीक बाद चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों (सिक्किम को छोड़कर), पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय भागों और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह से थोड़े समय के लिए दिखाई देगा।

28 माह बाद दिखेगा ब्लड मून

गौरतलब है कि चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा की रात में पड़ता है। बुधवार को बैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा है। एक साल में अधिकतम तीन बार पृथ्वी की उपछाया से चंद्रमा गुजरता है, तभी चंद्र ग्रहण लगता है। ध्यान देने योग्य वाली बात यह है कि 21 जनवरी, 2019 यानी 28 माह बाद पहली बार पूर्ण चंद्र ग्रहण लग रहा है। इस खगोलीय घटना को ‘ब्लड मून’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें चंद्रमा थोड़ा लाल-नारंगी रंग का दिखाई देता है।

दोपहर 3.15 बजे शुरू होगा और 6.23 बजे खत्म होगा

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार पश्चिम बंगाल और ओडिशा में लोग चंद्र ग्रहण देखने से वंचित रह सकते हैं क्योंकि वहां चक्रवाती तूफान ‘यास’ के कारण आसमान में बादल छाये रह सकते हैं। ग्रहण का आंशिक चरण भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 3.15 बजे शुरू होगा और शाम 6.23 बजे खत्म होगा।

देश के 20 शहरों में दिखेगा आंशिक चंद्र ग्रहण

आईएमडी के अनुसार देश के कुल 20 शहरों में आंशिक रूप से चंद्र ग्रहण देखा जा सकेगा। इन जिलों में अगरतला, आइजोल, कोलकाता, चेरापूंजी, कूचबिहार, डायमंड हार्बर, दीघा, गुवाहाटी, इम्फाल, ईटानगर, कोहिमा, लुमडिंग, मालदा, उत्तर लखीमपुर, पारादीप, पाशीघाट शाम, पोर्ट ब्लेयर, पुरी, शिलांग, शिवसागर व सिल्चर शामिल हैं।

इस दौरान पोर्ट ब्लेयर में सबसे लंबी अवधि (शाम 5.38 बजे से 45 मिनट तक) तक चंद्र ग्रहण दिखेगा जबकि पुरी व मालदा में इसकी अवधि सबसे कम (शाम 6.21 बजे से सिर्फ दो मिनट तक) रहेगी।

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