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पूरे देश में धार्मिक उल्लास से मनाया जा रहा कुर्बानी का त्यौहार ईद-उल-अजहा

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नई दिल्ली, 10 जुलाई। कुर्बानी का त्यौहार ईद-उल-अजहा रविवार को देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में धार्मिक श्रद्धा और आस्‍था से मनाया जा रहा है। इस क्रम में पूर्वाह्न देशभर के ईदगाहों और मस्जिदों में अकीदतमंदों ने नमाज अदा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देशवासियों को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार मनुष्यता के हित में एकता और भाईचारे की भावना मजबूत करता है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में ईद-उल-अजहा की मुख्‍य नमाज जामा मस्जिद, फतेहपुरी मस्जिद और शाही ईदगाह में नमाज अदा की गई। इस अवसर पर इमामों ने शांति और सौहार्द बनाए रखते हुए भाईचारे की भावना से त्‍यौहार मनाने की अपील की।

यह त्‍यौहार ईश्‍वर के आदेश के अनुपालन में अपने इकलौते बेटे की कुर्बानी देने के लिए हजरत इब्राहिम की तत्‍परता की याद में मनाया जाता है। देश के अन्‍य हिस्‍सों से ईद की नमाज अदा करने की खबर है।

उधर वाराणसी स्थित ईदगाह के प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ ईद उल अजहा की नमाज पढ़ी गई तो कुर्बानी के पर्व बकरीद की मुबारकबाद की सदा गूंज उठी। ईद उल अजहा की नमाज मुख्‍य काजी के निर्देशन में पढाई गई तो मुस्लिम बंधुओं ने एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाईयां भी दी।

नमाज के बाद लोगों ने अपने घरों में जाकर कुर्बानी की रस्म अदा की। इस दौरान सुरक्षा व्‍यवस्‍था जहां चाक चौबंद रही। वहीं प्रमुख मस्जिदों में नमाज को देखते हुए अतिरिक्‍त सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई थी।

इस बीच अल-हनीफ एजुकेशनल सोसायटी के निदेशक हाजी वसीम अहमद ने लोगों से अपील की है कि कुर्बानी करने वाले सभी लोग दूसरों के धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए कोई ऐसा काम न करें, जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत हो। किसी भी हाल में खुले स्थान या प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें।