अंकारा, 9 फरवरी। तुर्की और सीरिया में पिछले दिनों आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या 20,000 से अधिक हो गई है, लेकिन अब भी यह आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार यह संख्या जापान के फुकुशिमा में हुई त्रासदी के दौरान मरने वालों की संख्या से भी अधिक है।
24 से अधिक देशों के बचाव दल राहत अभियान में मदद कर रहे
इस बीच दोनों देशों में भूकंप के बाद बचाव दल हजारों इमारतों के मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश में दिन-रात जुटे हैं। दुनिया के 24 से अधिक देशों के बचाव दल राहत अभियान में मदद कर रहे हैं। भूकंप से बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं।
The Indian Army team of medical specialists is on the job 24×7, providing relief to those injured.
🎥 Some glimpses from the Field Hospital in Iskenderun, Hatay. #OperationDost pic.twitter.com/3hrVP2ZeaM
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) February 9, 2023
इससे पहले बुधवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भूकंप प्रभावित तुर्की में एक भारतीय लापता है, जिसके परिवार से मंत्रालय संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने कहा था, ‘हमने तुर्की के अदाना में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। 10 भारतीय प्रभावित क्षेत्रों के सुदूर हिस्सों में फंसे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। एक भारतीय नागरिक, जो व्यापारिक यात्रा पर था, लापता हैं। हम उनके परिवार और बेंगलुरु की उस कम्पनी के संपर्क में हैं, जहां वो नौकरी करते हैं।” जापान में 2011 में आए भूकंप के बाद से यह सबसे घातक भूकंपीय घटना है। तब भूकंप के बाद सुनामी आई थी, जिसमें लगभग 20,000 लोग मारे गए थे।