नई दिल्ली, 5 जुलाई। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने बुधवार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीशों के रूप में प्रोन्नति के लिए न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां और न्यायमूर्ति एस वेंकटनारायण भट्टी के नामों की सिफारिश की।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम में न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति सूर्यकांत भी शामिल रहे। कॉलेजियम ने बुधवार को एक बैठक में यह फैसला किया और प्रस्ताव को शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर डाला गया।
शीर्ष अदालत में 34 स्वीकृत पदों की अपेक्षा 31 जज कार्यरत
न्यायमूर्ति भुइयां तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं जबकि न्यायमूर्ति भट्टी केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हैं। उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 34 है। लेकिन पिछले महीने तीन न्यायाधीशों के सेवानिवृत्त होने के बाद फिलहाल 31 न्यायाधीश ही कार्यरत हैं।
गौरतलब है कि जजों की नियुक्ति के लिए बने कॉलेजियम सिस्टम को लेकर केंद्र सरकार में पिछले कानून मंत्री किरेन रिजिजू लगातार तीखे बयान देते रहते थे। उनका कहना था कि कॉलेजियम की व्यवस्था अंधी है और इसमें पारदर्शिता नहीं दिखती। उनका यह भी कहना था कि कॉलेजियम का संविधान में कहीं भी जिक्र नहीं है।
फिलहाल रिजिजू के ऐसे बयानों के चलते न्यायपालिका और सरकार में खींचतान बढ़ती गई तो गत मई माह में किरेन रिजिजू से कानून मंत्रालय छीन कर राजस्थान के सांसद अर्जुन राम मेघवाल को इसका जिम्मा सौंप दिया गया था।