मुजफ्फरनगर, 28 अगस्त। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के नेहा पब्लिक स्कूल की आरोपित शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि छात्रों से अपने मुस्लिम छात्र को थप्पड़ मारने के लिए कहने के पीछे उनका कोई सांप्रदायिक मकसद नहीं था। हालांकि हाथ जोड़कर शिक्षिका ने माफी मांगते हुए दोहराया कि उन्होंने गलती की है।
एक वीडियो संदेश में 60 वर्षीया शिक्षिका और प्रिंसिपल ने कहा, ‘मैंने गलती की, लेकिन कोई हिन्दू-मुस्लिम मकसद नहीं था। बच्चे ने अपना होमवर्क नहीं किया था और मेरा इरादा यह सुनिश्चित करना था कि उसे (पाठ) याद हो जाए। मैं विकलांग हूं। मैं उठ नहीं सकती थी, इसलिए मैंने कुछ बच्चों से उसे दो-चार थप्पड़ मारने को कहा ताकि वह पढ़ना शुरू कर दे।’
पुलिस केस का सामना कर रही महिला टीचर ने आरोप लगाया कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई और उसे “हिन्दू-मुस्लिम मुद्दा बनाने के लिए प्रसारित किया गया। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा, ‘मैं हाथ जोड़कर स्वीकार करती हूं कि मुझसे गलती हुई। लेकिन मेरे मन में कोई हिन्दू-मुस्लिम भेदभाव का मकसद नहीं था। कई मुस्लिम छात्रों के माता-पिता स्कूल की फीस नहीं दे सकते। मैं उन्हें मुफ्त में पढ़ाती हूं। मेरा मुस्लिम बच्चे पर अत्याचार करने का कोई इरादा नहीं था।’
स्कूल बंद कराया जा चुका है, छात्रों को अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा
उल्लेखनीय है कि लड़के के परिवार की पुलिस शिकायत के बाद तृप्ता त्यागी पर शांति भंग करने के इरादे से जान बूझकर चोट पहुंचाने और अपमान करने का मामला दर्ज किया गया है। दोनों अपराध जमानती हैं और इनमें तत्काल गिरफ्तारी नहीं होती। राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि स्कूल को फिलहाल बंद कर दिया गया है और इसके छात्रों को पास के अन्य स्कूलों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।