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मणिपुर : सेना के काफिले पर आतंकी हमला, कर्नल सहित 5 जवान शहीद, सीओ की पत्नी और बेटे की भी मौत

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इंफाल, 13 नवंबर।  मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में शनिवार को असम राइफल्स के काफिले पर आतंकियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित पांच जवान शहीद हो गए। हमले में कर्नल की पत्नी और आठ वर्षीय बेटे की भी मौत हो गई। रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह हमला पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में हुए सबसे घातक हमलों में एक है। पूर्वाह्न करीब 10 बजे राज्य के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास यह हमला हुआ। पुलिस सूत्रों की मानें तो घटनास्थल पर रुक-रुक कर फायरिंग हो रही है।

हमले में पीएलए की संलिप्तता का संदेह

सूत्रों ने बताया कि 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) कर्नल विप्लव त्रिपाठी शनिवार को एक फॉरवर्ड कैंप गए थे और वहां से लौट रहे थे, जब उनके काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हाथ है। हालांकि अब तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने आर्मी अफसर और उनके परिवार की मौत की पुष्टि की

इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने आर्मी अफसर और उनके परिवार की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काउंटर ऑपरेशन शुरू किया गया है।

बिरेन सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, ‘46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं, जिसमें कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार के समेत कुछ जवानों की आज मौत हो गई है। राज्य पुलिस और पैरा मिलेट्री आतंकियों को पकड़ने के काम में लगी हुई है। दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा।’

रक्षा मंत्री राजनाथ ने की कायराना हमले की निंदा

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सैन्य काफिले पर आतंकी हमले की कटु निंदा की है। उन्होंने एक  ट्वीट कर लिखा, ‘मणिपुर के चुराचांदपुर में असम राइफल्स के वीर जवानों पर कायराना हमला हुआ है। घटना को लेकर मैं बेहद दुखी हूं और घटना पर शोक व्यक्त करता हूं। देश ने सीओ समेत पांच वीर जवान और उनके परिवार के दो लोगों को खो दिया। हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।’

गौरतलब है कि कई पूर्वोत्तर राज्यों की तरह मणिपुर भी दर्जनों सशस्त्र समूहों का घर है। इससे पहले वर्ष 2015  में मणिपुर में आतंकियों के हमले में 20 जवानों की मौत हुई थी।

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