श्रीनगर,10 नवम्बर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़े अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने इस क्रम में दो डॉक्टर समेत सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से 2,900 किग्रा विस्फोटक, हथियार और आइईडी बनाने की सामग्री बरामद की गई है। पुलिस व अन्य एजेंसियां इस आतंकी माड्यूल की जांच में जुटी हुई हैं।
पुलिस के अनुसार गत 19 अक्तूबर, 2025 को श्रीनगर के बुनपोरा, नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के कई पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकाया गया था। इसके बाद एफआईआर संख्या 162/2025 दर्ज की गई और जांच शुरू हुई। जांच में यह सामने आया कि यह नेटवर्क शिक्षित और पेशेवर युवाओं से जुड़ा था और विदेशी संपर्कों के माध्यम से संचालित हो रहा था।
जांच में यह भी पता चला कि यह समूह एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए भर्ती, समन्वय, धन-संग्रह और लॉजिस्टिक्स का काम करता था। धनराशि पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क के माध्यम से, सामाजिक या धर्मार्थ कारणों का बहाना बनाकर जुटाई जा रही थी। आरोपी आतंकवाद के लिए लोगों की पहचान, उन्हें कट्टर बनाने और हथियार/आइईडी बनाने के लिए सामग्री जुटाने में जुड़ा हुआ पाए गया है।
गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपित
- आरिफ निसार दर साहिल, नौगाम, श्रीनगर
- यासिर-उल-आशरफ, नौगाम, श्रीनगर
- मकसूद अहमद दर शाहिद, नौगाम, श्रीनगर
- मौलवी इरफान अहमद, शोपियां
- जमीर अहमद आहंगर मुत्लाशा, वाकुरा, गांदरबल
- डॉ. मुजम्मिल अहमद गनाई मुसायब, कोइल, पंपोर
- डॉ. आदिल, वानपोरा, कुलगाम
जांच के दौरान श्रीनगर, अनंतनाग, गांदरबल, शोपियां, फरीदाबाद और सहारनपुर में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया।

