नई दिल्ली, 5 सितम्बर। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में मंगलवार शाम को अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर को लेकर बैठक हुई। बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अयोध्या में मंदिर वास्तुकला का एक संग्रहालय बनाने का फैसला लिया गया। इस संग्रहालय में देशभर के प्रसिद्ध हिन्दू मंदिरों की प्रतिकृतियां होंगी, जो उनकी वास्तुकला पर केंद्रित होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के शहरी विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा की मौजूदगी में हुई इस बैठक के दौरान पीएम के सामने अयोध्या में चल रहे प्रोजेक्ट्स पर संबंधित अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिया।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी से आज नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर उनका अमूल्य पाथेय प्राप्त किया।
आपका अमूल्य मार्गदर्शन 'नए उत्तर प्रदेश' को 'विकसित भारत @ 2047' के संकल्प की सिद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन हेतु संबल प्रदान करता है।
अपनी व्यस्ततम दिनचर्या से… pic.twitter.com/Ww5tdETV3a
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 5, 2023
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी अयोध्या में मंदिर संग्रहालय बनाने की जानकारी दी गई थी। इसमें कहा गया कि देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों के इतिहास को दिखाने के लिए अयोध्या में संग्रहालय बनाने की योजना पर काम शुरू है। एक अधिकारी ने बताया कि सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए खाका तैयार कर रही है। अयोध्या के आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि यह मंदिर 10 एकड़ से अधिक भूमि पर बनाए जाने की योजना है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया गया।
मंदिर संग्रहालय की खासियत
गौरव दयाल के अनुसार, संग्रहालय में मंदिर के विभिन्न पहलुओं जैसे उसके डिजाइन, निर्माण आदि को प्रदर्शित करने वाली अलग-अलग दीर्घाएं होंगी। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित संग्रहालय की दीर्घाओं में देश के प्रसिद्ध मंदिरों की विशिष्टताओं और वास्तुकला को चित्रों और भित्ति चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा।
‘लाइट एंड साउंड शो‘ कार्यक्रम रहेगा संग्रहालय का प्रमुख आकर्षण
संग्रहालय में ‘लाइट एंड साउंड शो’ भी आयोजित किया जाएगा। इस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म और इसकी विरासत के बारे में जागरुकता लाना है, साथ ही दर्शन, धार्मिक व्यक्तित्व, धार्मिक केंद्र, हिंदू तीर्थस्थलों को भी यहां प्रदर्शित किया जाएगा।
अयोध्या में कम से कम 6 हजार मंदिर
गौरतलब है कि तीर्थ नगरी अयोध्या में कम से कम 6 हजार मंदिर हैं और सामान्य दिनों में लगभग तीन लाख लोग यहां आते हैं। जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि मकर संक्रांति, राम नवमी, जुलाई-अगस्त में सावन झूला मेला, चौदह कोसी परिक्रमा, अक्टूबर-नवम्बर में पंच कोसी परिक्रमा और दीपों के पर्व दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान यहां आने वालों की संख्या लगभग 10 लाख तक हो जाती है। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर श्रद्धालुओं के लिए अगले वर्ष जनवरी में खुलने की उम्मीद है।