हैदराबाद, 3 अक्टूबर। तेलंगाना की कांग्रेस सरकार की मंत्री कोंडा सुरेखा ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर उन्हें ऑनलाइन निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु और नागा चैतन्य के तलाक के लिए बीआरएस नेता केटी रामाराव (केटीआर) जिम्मेदार थे। इस टिप्पणी पर अभिनेता के परिवार के साथ-साथ विपक्षी दल ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
नागा चैतन्य के पिता और तेलुगू अभिनेता नागार्जुन ने मंत्री की टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना करने के लिए वह राजनीति से दूर रहने वाले फिल्मी सितारों को इसमें ना घसीटें। बीआरएस ने ‘‘अशोभनीय टिप्पणी’’ के लिए सुरेखा की आलोचना करते हुए कहा कि इस मामले से कानूनी और राजनीतिक रूप से निपटा जाएगा। सामंथा रूथ प्रभु की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
पर्यावरण, वन और धर्मादा मंत्री सुरेखा ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि बीआरएस के सोशल मीडिया कार्यकर्ता उन्हें ऑनलाइन निशाना बना रहे हैं और उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करके उन्हें बदनाम कर रहे हैं। सुरेखा ने यह भी दावा किया कि इससे पहले विपक्षी दल ने पंचायती राज मंत्री दंसारी अनसूया सीताक्का और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) की महापौर गडवाल विजयलक्ष्मी पर ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणियां की थीं।
मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘नागा चैतन्य और सामंथा के तलाक के पीछे केटीआर ही कारण थे…।’’ जवाब देते हुए नागार्जुन ने मंत्री से लोगों की निजता का सम्मान करने को कहा। नागार्जुन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘एक जिम्मेदार पद पर आसीन महिला के रूप में, हमारे परिवार के खिलाफ आपकी टिप्पणियां और आरोप पूरी तरह से अप्रासंगिक और झूठे हैं। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपनी टिप्पणियां तुरंत वापस लें।’’
विपक्षी दल बीआरएस ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर पर सुरेखा की टिप्पणियों को ‘ओछी और घृणित’’ बताया। बीआरएस ने ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक हैंडल पर कहा, ‘‘राहुल गांधी आप संविधान और लोकतंत्र की बातें करते हैं, आपकी पार्टी की नेता इसी तरह बोलती हैं। उनकी टिप्पणियों को सुनें, वे राजनीति के लिए कलंक हैं। प्रियंका गांधी, आपकी पार्टी की एक नेता और मंत्री इसी तरह महिलाओं और मशहूर हस्तियों के बारे में बात करती हैं, उनके निजी जीवन को राजनीति में घसीटती हैं।’’
बीआएस ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास अब संविधान या उसके मूल्यों के बारे में उपदेश देने का कोई नैतिक आधार नहीं है। विपक्षी दल ने कहा, ‘‘इस तरह की मूर्खता से उचित और राजनीतिक तरीके से निपटा जाएगा। आपके नेता अपनी अमर्यादित और अभद्र टिप्पणियों से केवल अपनी पार्टी के लिए कब्र खोद रहे हैं।’’