पटना, 31 अगस्त। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव बुधवार को एक दिनी दौरे पर बिहार आए। राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने केसीआर का गर्मजोशी से स्वागत किया।
गोदावरी का गंगा से मिलन
केसीआर ने इस मुलाकात के दौरान कहा, ‘तेलंगाना के विकास में बिहारी श्रमिक का बड़ा योगदान है। देश की सूरक्षा में देश के बहादुरों का बड़ा योगदान है। बहुत दिन से इच्छा थी बिहार आकर बिहार के शहीद के परिवार के लोगों को मदद करें। हम ये संदेश देना चाहते हैं कि देश में ये मैसेज जाए कि गोदावरी नदी के किनारे से हम गंगा किनारे पहुंचे हैं। बिहार से जब कभी क्रांति की शुरुआत हुई, उसकी गूंज देशभर में सुनाई दी है।
सिकंदराबाद में आग से जान गंवाने वाले 12 श्रमिकों के परिजनों को सहायता राशि दी
केसीआर ने इस यात्रा के दौरान सिकंदराबाद में बीते दिनों आग लगने की घटना में जान गंवाने बिहार के 12 मजदूरों के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी। इसी क्रम में उन्होंने गलवान घाटी में चीन के साथ हिसंक झड़प में शहीद हुए बिहार के सैनिकों के परिवारों को दस-दस लाख रुपये की सहायता राशि दी।
तेलंगाना के विकास में बिहारियों का योगदान
अपने संबोधन में तेलंगाना के सीएम ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने बिहार आकर मुझे ये कार्य करने का अनुमति दी है। मै उन्हें बहुत धन्यवाद देता हूं। तेलंगाना के विकास में बिहार के लोगों का बड़ा योगदान है। कोरोना के समय में भी हमने बिहार के लोगों की काफी मदद की थी। बिहार जाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था भी की थी. हमने तब कहा था कि तेलंगाना के विकास में आपका (बिहार के लोगों का) काफी बड़ा योगदान है, हम आपका पूरा ख्याल रखेंगे।’
कई अन्य गैर भाजपाशासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मिल चुके हैं केसीआर
गौरतलब है कि विगत दिनों बिहार में भाजपा से नाता तोड़ राजद और छह अन्य घटकों के साथ मिलकर सरकार बनाने वाले सीएम नीतीश कुमार को 2024 में नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए संभावित प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में केसीआर की उनसे मुलाकात काफी अहम माना जा रही है।
बैठक के पीछे मकसद एक ऐसा मोर्चा बनाना है, जो आगामी लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर दे सके। केसीआर इससे पहले अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिल चुके हैं, जिनमें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम के एम के स्टालिन, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे शामिल हैं।