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श्रीलंका दौरे में टीम इंडिया की पहली पराजय, मेजबानों ने दूसरा एक दिनी मुकाबला 32 रनों से जीता

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कोलम्बो, 4 अगस्त। पिछले दो मैचों में कड़ी मशक्कत झेलने वाली टीम इंडिया को अंततः श्रीलंका दौरे में पहली पराजय का स्वाद भी चखना पड़ गया, जब मेजबानों ने रविवार को यहां खेले गए दूसरे एक दिनी मुकाबले में 32 रनों की आसान जीत से तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। उल्लेखनीय है कि टी20 सीरीज में 3-0 की जीत के लिए मेहमानों को तीसरे व अंतिम मैच में सुपर ओवर के जरिए राहत मिल सकी थी जबकि बीते शुक्रवार को पहला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबला टाई छूटा और अब आज श्रीलंका ने बाजी ही पलट दी।

लेग स्पिनर जेफ्री वैंडरसे (6-33) के सामने मेहमान बल्लेबाजों ने घुटने टेके

दरअसल, आर. प्रेमदासा स्टेडियम की मुश्किल पिच पर करिअर बेस्ट प्रदर्शन करने वाले लेग स्पिनर जेफ्री वैंडरसे (6-33) व कप्तान चरिथ असलांका (3-20) के सामने मेहमान बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए और श्रीलंका अहम जीत हासिल करने में सफल रहा, जिसने पहले बल्लेबाजी करते हुए शीर्ष क्रम और निम्नक्रम बल्लेबाजों की उपयोगी पारियों से नौ विकेट पर 240 रन बनाए थे।

रोहित का पचासा और गिल संग उनकी 97 रनों की भागीदारी अर्थहीन

‘प्लेयर ऑफ द मैच’ वैंडरसे व उनके साथियों की अचूक गेंदबाजी का ही यह परिणाम था कि आक्रामक अर्धशतक (64 रन, 44 गेंद, चार छक्के, पांच चौके) ठोकने वाले कप्तान रोहित शर्मा की सलामी जोड़ीदार शुभमन गिल (35 रन, 44 गेंद, तीन चौके) संग 97 रनों की ठोस भागीदारी भी व्यर्थ चली गई और भारतीय पारी 42.2 ओवरों में 208 रनों पर सीमित हो गई।

भारत के खिलाफ वनडे में श्रीलंका को तीन वर्षों बाद मिली जीत

श्रीलंका के लिए यह जीत इसलिए भी मायने रखती है कि उसने भारत के खिलाफ एक दिनी मैचों में जुलाई, 2021 के बाद यानी तीन वर्षों में पहली जीत हासिल की। इस दौरान उसे पिछले सात वनडे से हार का सामना करना पड़ रहा था। यदि सभी फॉर्मेट की बात करें तो पिछले 11 मैचों में श्रीलंका को भारत के ख़िलाफ लगातार हार मिल रही थी। अब दोनों टीमों के बीच इसी मैदान पर सात अगस्त को तीसरे व अंतिम मैच से सीरीज का फैसला होगा। फिलहाल इतना तय हो गया कि मेजबान दल अब सीरीज नहीं हारेगा।

वैंडरसे ने भारत के शुरुआती 6 विकेट निकाले

देखा जाए तो भारत की जवाबी काररवाई ठोस रही, जब रोहित व शुभमन ने 81 गेंदों पर 97 रन जोड़ दिए थे। लेकिन उसके बाद वैंडरसे ने ऐसा जाल बिछाया कि एक के बाद एक भारतीय दिग्गज धराशायी होते चले गए। इस क्रम में अगले 50 रनों के भीतर छह बल्लेबाज लौट गए और ये सभी विकेट वैंडरसे की झोली में गए।

स्कोर कार्ड

हालांकि दूसरे सर्वोच्च स्कोरर अक्षर पटेल (44 रन, 44 गेंद, दो छक्के, चार चौके) ने मामला संभालने की कोशिश की और वॉशिंगटन सुंदर (15 रन, 40 गेंद) के साथ सातवें विकेट पर 38 रनों की भागीदारी की। लेकिन अब असलांका की बारी थी, जिन्होंने अगले तीन शिकार कर भारतीय संघर्ष पर अंतिम विराम लगा दिया। अंतिम बल्लेबाज अर्शदीप सिंह रन आउट हुए।

फर्नांडोव व कुसल मेंडिस के बीच 74 रनों की साझेदारी

इसके पूर्व श्रीलंकाई पारी में मोहम्मद सिराज ने पहली ही गेंद पर पथुम निसांका को लौटा दिया था। लेकिन दूसरे ओपनर अविष्का फर्नांडो (40 रन, 62 गेंद, पांच चौके) व कुसल मेंडिस (30 रन, 42 गेंद, तीन चौके) ने 101 गेंदों पर 74 रनों की साझेदारी कर दी। इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर (3-30) व अन्य गेंदबाजों ने जोर दिखाया तो 35वें ओवर तक 136 रनों पर श्रीलंका के छह बल्लेबाज लौट गए।

वेलालगे व कामिंदु ने सातवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े

लेकिन दुनिथ वेलालगे (39 रन, 35 गेंद, दो छक्के, एक चौका) व कामिंदु मेंडिस (40 रन, 44 गेंद, चार चौके) ने सातवें विकेट के लिए 68 गेंदों पर 72 रनों की साझेदारी से फिर मामला संभाल दिया और श्रीलंका को इतना स्कोर दे दिया, जो बाद में पर्याप्त साबित हुआ। सुंदर के अलावा कुलदीप यादव ने 33 रन देकर दो विकेट निकाले।

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