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टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे ही दिन 7 विकेट से जीत लिया केपटाउन टेस्ट, 1-1 से बराबरी पर छूटी सीरीज

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केपटाउन, 4 जनवरी। पहले दिन कुल 23 विकेटों का पतझड़ देखने वाले न्यूलैंड्स ग्राउंड ने उम्मीदों के अनुरूप दूसरे ही दिन फैसला सुना दिया। इस क्रम में टीम इंडिया ने पूरे तीन दिन और एक सत्र से ज्यादा का समय शेष रहते केपटाउन टेस्ट सात विकेट से जीत कर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर छुड़ा ली।

टेस्ट इतिहास का सबसे छोटा मुकाबला, सिर्फ 642 गेंदों पर खत्म

इसके साथ ही विश्व क्रिकेट अपने टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे मुकाबले का साक्षी बना, जिसका फैसला सिर्फ 642 गेंदों  (107 ओवर) पर हो गया। हालांकि टेस्ट इतिहास का यह 22वां मुकाबला था, जो दूसरे ही दिन निर्णीत हुआ। भारत ने दो वर्ष पहले (24-25 फरवरी, 2021) इंग्लैंड को अहमदाबाद में खेले गए दिवा-रात्रि टेस्ट मैच में दूसरे ही दिन 10 विकेट से हरा दिया था। इसके अलावा भारत व दक्षिण अफ्रीका के बीच अब तक खेले गए टेस्ट मैचों में यह सबसे कम कुल योग (464 रन) वाला मुकाबला साबित हुआ।

बुमराह (6-61) ने 176 पर समेटी मेजबानों की दूसरी पारी

पहली पारी में 98 रनों से पिछड़े दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को पूर्वाह्न तीन विकेट पर 62 रनों से अपनी दूसरी पारी आगे बढ़ाई तो जसप्रीत बुमराह मेजबानों के सामने खलनायक बनकर उभरे। उन्होंने 13.5 ओवरों में 61 रन देकर छह विकेट ले लिए। नतीजा यह हुआ कि ओपनर एडन मारक्रम के शतकीय प्रयास (106 रन 103 गेंद, दो छक्के,17 चौके) के बावजूद प्रोटियाज की पारी लंच के पहले ही 36.5 ओवरों में 176 रनों पर सीमित हो गई।

भारत की न्यूलैंड्स पर पहली जीत, 12 ओवरों में 3 विकेट खोकर पाया 79 रनों का लक्ष्य 

भारत ने 12 ओवरों में तीन विकेट पर 80 रन बनाकर चाय से एक घंटा पहले ही मुकाबले का समापन किया और न्यूलैंड्स ग्राउंड पर सात प्रयासों में पहली जीत हासिल कर ली। इसके साथ ही भारत इस  ग्राउंड पर जीत हासिल करने वाला पहला एशियाई देश भी बना। यशस्वी जायसवाल (28 रन, 23 गेंद, छह चौके) ने 79 रनों के आसान लक्ष्य के सामने कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 17 रन, 22 गेंद, दो चौके) संग मिलकर तेज शुरुआत की और 44 रनों की भागीदारी कर दी। हालांकि नांद्रे बर्गर ने छठे ओवर में यशस्वी को लौटा दिया, जो पुल करने में शाट पर नियंत्रण नहीं रख सके और लांग लेग में ट्रिस्टन स्टब्स को कैच दे बैठे।

स्कोर कार्ड

शुभमन गिल (10 रन, 11 गेंद, दो चौके) भी ज्यादा दूर नहीं गए और कगिसो रबाडा की गेंद पर बोल्ड हो गए (2-57)। विराट कोहली (12 रन, 11 गेंद, दो चौके) ने कप्तान संग स्कोर 75 रनों तक पहुंचाया। लेकिन 12वें ओवर में मार्को यानसन ने विराट को विकेट के पीछे कैच करा दिया। फिलहाल पहली पारी में शून्य पर आउट हुए छह बल्लेबाजों में एक श्रेयस अय्यर (नाबाद चार रन, छह गेंद, एक चौका) ने उसी ओवर की आखिरी गेंद पर विजयी चौका जड़ा और जीत की खुशी में रोहित शर्मा के गले जा लगे।

बुमराह ने टेस्ट करिअर में नौवीं बार 5 या ज्यादा विकेट लिए

इसके पूर्व दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी आगे बढ़ाई तो मारक्रम 36 व डेविड बेडिंघम सात रन बनाकर खेल रहे थे। लेकिन बुमराह ने दिन के पहले ही ओवर में बेडिंघम (11 रन, 12 गेंद, दो चौके) को चलता कर गेट खोला और फिर दिन के शुरुआती चार विकेट निकालकर 26वें ओवर में स्कोर 7-111 करने का साथ टेस्ट करिअर में नौवीं बार पांच विकेट का विश्लेषण निकाला।

शतकवीर मारक्रम ने अनचाहे रिकॉर्ड पर अपना नाम लिखाया

हालांकि दूसरे छोर पर मारक्रम भारतीय गेंदबाजों से अविचलित नजर आए और उन्होंने कगिसो रबाडा (2) की मौजूदगी में कई बड़े शाट खेलते हुए आठवें विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी के बीच अपना शतक पूरा किया। इसके साथ ही मारक्रम ने टेस्ट इतिहास का एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। किसी टेस्ट में यह पहली बार देखने को मिला, जब एक बल्लेबाज ने शतक लगाया और उसकी टीम का अन्य कोई साथी दोनों पारियों में 20 रनों तक नहीं पहुंच सका। दोनों पारियों में दूसरे सर्वोच्च स्कोर काइल वेरेन (15 रन, पहली पारी) रहे।

खैर, पहली पारी में सिर्फ 15 रनों की कीमत पर छह शिकार कर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी की कमर तोड़ देने वाले मो. सिराज ने 32वें ओवर में लांग ऑफ में रोहित से कैच करा मारक्रम की न याद रखने वाली शतकीय पारी का अंत किया। अगले ओवर में रबाडा का शिकार कर प्रसिद्ध कृष्णा ने भी बोहनी की जबकि बुमराह ने लुंगिसानी एंगिडी (आठ रन, 10 गेंद) के रूप में अपने छठे शिकार के साथ दक्षिण अफ्रीकी पारी समाप्त की।

बुमराह व एल्गर संयुक्त रूप से प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित

मैच में सात विकेट लेने वाले सिराज को जहां ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ घोषित किया गया वहीं बुमराह और सेंचुरियन टेस्ट के हीरो व करिअर के अंतिम टेस्ट में कप्तानी करने वाली डीन एल्गर को संयुक्त रूप से ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ घोषित किया गया।

एल्गर ने दो मैचों में कुल 201 रन बनाए तो बुमराह ने 12 विकेट लिए। फिलहाल दुर्भाग्य यह रहा कि एल्गर ने पराजय के साथ टेस्ट करिअर का अलविदा कहा।

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