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पुणे टेस्ट : टीम इंडिया पर सीरीज गंवाने का खतरा, सैंटनर व लाथम ने प्रबल कीं न्यूजीलैंड की उम्मीदें

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पुणे, 25 अक्टूबर। बेंगलुरु में कीवी पेसरों के सामने पस्त टीम इंडिया का यहां महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) स्टेडियम में फेंका गया स्पिन दांव पहले दिन तो वॉशिंगटन सुंदर के सहारे असरकारक दिखा, लेकिन शुक्रवार को मिचेल सैंटनर (7-53) की अगुआई में मेहमान स्पिनरों ने उसी अस्त्र से भारतीय बल्लेबाजों को फंसा दिया। फिर विपक्षी कप्तान टॉम लाथम (86 रन, 133 गेंद, 10 चौके) ने बल्ले से कमान संभाली। अंततः दूसरे टेस्ट में दूसरे दिन खेल समाप्ति के वक्त जो तस्वीर उभरी, उसने रोहित एंड कम्पनी को जहां घरेलू मैदान पर 12 वर्षों में पहली बार सीरीज गंवाने के खतरे में डाल दिया है वहीं सैंटनर व लाथम ने भारतीय धरती पर पहली बार सीरीज जीतने की न्यूजीलैंड की उम्मीदें प्रबल कर दी हैं।

दूसरे दिन गिरे 14 विकेट, मेहमानों के पास 301 रनों की बढ़त

दरअसल, स्पिन मूलक विकेट पर आज काफी उखाड़-पछाड़ देखने को मिला और दिनभर में कुल 14 विकेटों का पतन हुआ। लेकिन असली हीरो साबित हुए हैमिल्टन के 32 वर्षीय वामहस्त स्पिनर सैंटनर, जिन्होंने इस टेस्ट से पहले कभी एक पारी में चार विकेट नहीं लिए थे और प्रथम श्रेणी मैच में जिनके नाम पर केवल एक बार पांच विकेट थे। करिअर बेस्ट गेंदबाजी करने वाले सैंटनर व ऑफ स्पिनर ग्लेन फिलिप्स (2-26) के सामने पिछली शाम के स्कोर 1-16 से शुरू हुई मेजबान पारी 45.3 ओवरों में सिर्फ 156 रनों पर बिखर गई और भारत को 103 रनों की लीड खानी पड़ी।

उसके बाद टॉम लाथम की अगुआई में बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनरों पर आक्रमण किया और दिन के खात्मे पर न्यूजीलैंड ने 53 ओवरों में पांच विकेट पर 198 रन बना लिए थे। हालांकि पहली पारी में करिअर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सात विकेट लेने वाले सात विकेट निकालने वाले ऑफ स्पिनर सुंदर दूसरी पारी में भी चार बल्लेबाजों को लौटा चुके हैं। लेकिन न्यूजीलैंड की कुल बढ़त 301 रनों तक जा पहुंची है और उसके पास पांच विकेट शेष हैं। टॉम ब्लंडेल (नाबाद 30 रन, 70 गेंद, दो चौके) व ग्लेन फिलिप्स (नाबाद नौ रन) क्रीज पर हैं।

भारत ने 2012-13 के बाद से घर में कोई सीरीज नहीं गंवाई है

अब यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम तीसरे दिन यह टेस्ट बचा पाती है अथवा नहीं, जो बेंगलुरु के पिछले टेस्ट में घरेलू मैदान पर न सिर्फ 46 रनों के अपने न्यूनतम स्कोर बिखरी थी वरन उसे घर में न्यूजीलैंड के हाथों 36 वर्षों में पहली बार टेस्ट मैच भी गंवाना पड़ा था। जहां तक घरेलू सीरीज का सवाल है तो भारत ने इंग्लैंड से 2012- 13 सत्र में हारने के बाद अपनी सरजमीं पर कोई सीरीज नहीं गंवाई है।

यशस्वी व शुभमन के बीच 49 रनों की सबसे बड़ी भागीदारी

भारतीय पारी की बात करें तो कल के नाबाद बल्लेबाजों – यशस्वी जायसवाल (30 रन, 60 गेंद, चार चौके) व शुभमन गिल (30 रन, 71 गेंद, एक छक्का, दो चौके) के बीच दूसरे विकेट के लिए 49 रनों की भागीदारी सबसे बड़ी साबित हुई और लंच (7-107) के तनिक पहले 36वें ओवर में 103 रनों पर सात विकेट गिरने के बाद रवींद्र जडेजा (38 रन, 46 गेंद, दो छक्के, तीन चौके) व सुंदर (नाबाद 18 रन, 21 गेंद, एक छक्का, दो चौके) ने तनिक प्रतिरोध दिखाया।

सैंटनर का जहां तक सवाल है तो उन्होंने लगातार 17.3 ओवरों तक गेंदबाजी की। उनके छह शिकार या तो बोल्ड हुए या पगबाधा क्योंकि वह एक ही जगह से अलग-अलग तरह की गेंदों से स्टंप पर हमला करते रहे। वहीं ग्लेन फिलिप्स ने दो खतरनाक वामहस्त बल्लेबाजों ­- यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत (18 रन, 19 गेंद, दो चौके) को आउट किया।

स्कोर कार्ड

दूसरे सत्र में शुरू हुई न्यूजीलैंड की दूसरी पारी में सुंदर (4-56) ने 10वें ओवर में 36 के स्कोर पर डेवोन कॉन्वे (17 रन, 25 गेंद, दो चौके) को पगबाधा कर पहला झटका दिया। लेकिन लाथम ने सभी गेंदबाजों का डटकर सामना किया। उधर विल यंग (23 रन, 28 गेंद दो चौके) को अश्विन (1-64) ने लौटाया तो चाय (2-85) के बाद सुंदर ने खतरनाक रचिन रवींद्र (नौ रन) को ज्यादा दूर नहीं जाने दिया और जब डेरिल मिचेल (18 रन, 23 गेंद, दो चौके) लौटे तो स्कोर 123 था।

लाथम का 30वां पचासा, ब्लंडेल के साथ 60 रनों की साझेदारी

लेकिन लाथम ने न सिर्फ अपना 30वां पचासा पूरा किया वरन टॉम ब्लंडेल के साथ 60 रनों की मजबूत साझेदारी से न्यूजीलैंड को मजबूती प्रदान कर दी। गनीमत रही कि सुंदर ने लाथम की खतरनाक पारी पर विराम लगाने के साथ पारी का अपना चौथा शिकार किया और मेजबानों को तनिक राहत प्रदान की।

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