नई दिल्ली, 10 सितम्बर। टाटा ग्रुप की कम्पनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और रक्षा उत्पाद बनाने वाली अमेरिकी कम्पनी लॉकहीड मार्टिन के बीच एयरलिफ्टर प्रोजेक्ट को लेकर महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। दोनों कम्पनियों ने सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस टैक्टिकल एयरलिफ्टर प्रोजेक्ट को लेकर साझेदारी शुरू करने का एलान किया है। भारतीय वायु सेना के मौजूदा बेड़े के साथ-साथ हरक्यूलिस फ्लीट की रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉलिंग फैसिलिटी का सेटअप तैयार करने की दिशा में काम किया जाएगा।
दरअसल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हाल ही में अमेरिका दौरे के समय भारत और अमेरिका के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर सहमति बनी थी। इसके बाद लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के बीच हुए एयरलिफ्टर प्रोजेक्ट के समझौते को काफी महत्वपूर्ण डेवलपमेंट माना जा रहा है। समझौते के अनुसार एयरलिफ्टर प्रोजेक्ट के लिए एक फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। भारतीय वायु सेना सी-130जे हरक्यूलिस का उपयोग करती है और वायु सेना के पास 12 विमानों का बेड़ा है।
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स की ओर से कहा गया है कि यदि भारत और अमेरिका की सरकारों की ओर से मंजूरी मिली तो भारत में सी-130 जे की असेंबलिंग और मैन्युफैक्चरिंग के विस्तार के साथ-साथ वायु सेना के लिए मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (एमटीए) प्रोग्राम के लिए विमान बनाने की दिशा में भी काम हो सकता है।
यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि वायु सेना आने वाले दिनों में 80 मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट खरीदने की योजना बना रही है। इसके लिए 2023 में ग्लोबल टेंडर भी जारी किया गया था, जिसको लेकर लॉकहीड मार्टिन ने भी पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिया था। दावा किया जा रहा है कि यदि मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बनाने का कॉन्ट्रैक्ट लॉकहीड मार्टिन को मिला तो ये कंपनी भारत में असेंबली कैपेसिटी और एक्स्ट्रा प्रोडक्शन के लिए यूनिट भी स्थापित करेगी।
अमेरिकी एयरोस्पेस दिग्गज लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड ने सी-130जे सुपर हरक्यूलिस टैक्टिकल एयरलिफ्टर के माध्यम से व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए ‘टीमिंग एग्रीमेंट’ की घोषणा की है। लॉकहीड मार्टिन और टाटा के पास पहले से ही ‘टाटा लॉकहीड मार्टिन एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड’ नामक एक संयुक्त उद्यम है।
हैदराबाद के संयंत्र में अमेरिकी मुख्यालय वाली कम्पनी की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के लिए सी-130 जे के कुछ हिस्सों का उत्पादन किया जाता है। लॉकहीड मार्टिन ने एक बयान में कहा कि यह घोषणा भारत की रक्षा और एयरोस्पेस क्षमताओं को बढ़ाने के साथ-साथ भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को गहरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।