चेन्नै, 5 सितम्बर। तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के पुत्र उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से ही राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है और बयानबाजियों का दौर जारी है। अब तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जैसे राहुल गांधी ने मोदी समुदाय के बारे में बात की थी, वैसे ही उदयनिधि ने सनातन धर्म पर टिप्पणी की है। अन्नामलाई ने तंज कसते हुए कहा कि उत्तर भारत के ‘पप्पू’ राहुल गांधी हैं तो दक्षिण भारत के ‘पप्पू’ उदयनिधि स्टालिन बन गए हैं।
उदयनिधि इसी तरह बात करते रहे तो INDIA का वोट बैंक घटता रहेगा
तूतीकोरिन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में अन्नामलाई ने कहा, ‘उदयनिधि स्टालिन ने सनातनम के बारे में बात की है, जैसे राहुल गांधी ने मोदी के समुदाय के बारे में बात की है। उत्तर भारत के ‘पप्पू’ राहुल गांधी और दक्षिण भारत के ‘पप्पू’ उदयनिधि हैं। अगर वे इसी तरह बात करते रहे तो इंडिया अलायंस का वोट बैंक 20 फीसदी तक कम हो जाएगा। खुद कांग्रेस पार्टी उदयनिधि के भाषण का विरोध करती है। अब इस गठबंधन का वोट प्रतिशत घटकर पांच फीसदी रह गया है।’
अन्नामलाई ने कहा कि यह तय है कि आने वाले चुनाव में भारत गठबंधन की जीत होगी। मीडिया सर्वे में भी एनडीए को 317 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। पीएम मोदी को अभी प्रचार करना बाकी है। अगर वह प्रचार करने आते हैं तो 400 सीटें जीतना तय है। विपक्षी गठबंधन और खासतौर से कांग्रेस पर हमला करते हुए अन्नामलाई ने कहा कि छह बार सत्ता में रहने के बाद भी यह पार्टी सामाजिक न्याय की बात कर रही है।
नफरत, शंका, घृणा और विद्वेष फैलाना ही घमंडिया गठबंधन की नीति – भाजपा
गौरतलब है कि उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से करने और इसे नष्ट करने की बात करने के बाद से ही भाजपा तमिलनाडु के मंत्री समेत विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर हमलावर है। भाजपा ने कहा, ‘घमंडिया गठबंधन के नेताओं में भारत की सभ्यता, मूल आस्था, सनातन धर्म और हिन्दू धर्म को गाली देने, कोसने और अपमानित करने की एक प्रतियोगिता शुरू हो गई है। घमंडिया गठबंधन वाले अपनी बैठक में संयोजक और नेता तय नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने ‘सनातन धर्म’ को नीचा दिखाने की नीति तय कर ली। कभी उदयनिधि, कभी कार्ति चिदंबरम, कभी प्रियंका खड़गे, कभी बिहार के शिक्षा मंत्री, कभी स्वामी प्रसाद मौर्य और कभी केजरीवाल के नेता गौतम जी, ये सब के सब एक योजना के तहत अलग-अलग समय पर इस काम में लग गए हैं।’
भाजपा ने कहा है कि घमंडिया गठबंधन की नीति नफरत, शंका, घृणा और विद्वेष फैलाना है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि भारत की अवधारणा में धर्म एक जीवन प्रवाह है, हिन्दुत्व केवल एक उपासना पद्धति नहीं बल्कि एक जीवन शैली और प्रवाह है। लेकिन मोहब्ब्बत की दुकान चलाने वाले लोग नफरत की पुड़िया लेकर घूम रहे हैं।