बेंगलुरु, 21 मई। भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भविष्यवाणी की है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच आंतरिक लड़ाई के कारण मौजूदा कर्नाटक सरकार एक साल के भीतर गिर जाएगी।
अन्नामलाई ने रविवार को कहा,“मैं कर्नाटक सरकार को अब से एक साल बाद ताश के पत्तों की तरह गिरते हुए देख रहा हूं। अगर डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया 2024 तक नहीं लड़ते हैं तो दोनों को नोबेल शांति पुरस्कार दिया जाना चाहिए, क्योंकि सरकार का ढांचा ही दोषपूर्ण है।” अन्नामलाई ने पूछा, “दोनों नेता ढाई साल के लिए सीएम रहेंगे। यह किस तरह का ढांचा है?” कैबिनेट में सीएम और उनके डिप्टी समेत 10 मंत्री हैं।
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष ने 20 मई के मेगा शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की अनुपस्थिति का हवाला देते हुए राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा विरोधी विपक्षी दलों के बीच मतभेदों का संकेत दिया।
उन्होंने कहा, “वे विपक्षी एकता की बात करते हैं। जब कांग्रेस में ही एकता नहीं होगी तो किस तरह की एकता होगी? साथ ही अरविंद केजरीवाल, केसीआर और ममता बनर्जी जैसे विपक्षी नेता शपथ ग्रहण समारोह में नहीं थे।”
गौरतलब है कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए सत्ताधारी पार्टी की लंबी बातचीत के बाद से ही भाजपा नई कांग्रेस सरकार के खिलाफ पूरी तरह से आग उगल रही है।
इसी क्रम में शनिवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने दावा किया कि पांच गारंटी (5 जी) को लागू करने में सिद्धारमैया सरकार ईमानदार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक के लोग शनिवार को पहली कैबिनेट बैठक के बाद सिद्धारमैया की घोषणाओं से निराश थे क्योंकि वे 5जी के संबंध में उनकी सरकार से बहुत उम्मीद कर रहे थे।
बोम्मई ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों और पहली कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा की गई घोषणाओं में बहुत अंतर है। उन्होंने कहा, “लोगों ने बहुत सारी घोषणाओं और तत्काल कार्यान्वयन की उम्मीद की थी। कुछ महिलाओं ने बसों में मुफ्त यात्रा शुरू कर दी। सिद्धारमैया की घोषणाओं ने लोगों को निराश किया है।”
विधान सौध में पहली कैबिनेट बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि 5जी को अगली कैबिनेट बैठक के बाद लागू किया जाएगा, जिस पर एक सप्ताह के भीतर सहमति हो जाएगी। उन्होंने कहा, “घोषणापत्र में पांच गारंटियों का वादा किया गया था और उन पांच गारंटियों को लागू करने का आदेश कैबिनेट की पहली बैठक के बाद दिया गया था। अगली कैबिनेट बैठक के बाद सभी लागू होंगे, जिसे एक सप्ताह के भीतर बुलाया जाएगा।”