काबुल, 6 सितम्बर। इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन तालिबान ने दावा किया है कि पंजशीर प्रांत पर पूरी तरह कब्जा होने के साथ ही युद्ध समाप्त हो गया है और अब अफगानिस्तान में नई सरकार का गठन जल्द हो जाएगा।
अफगानिस्तान एक स्थिर देश बन जाएगा : जबीउल्ला मुजाहिद
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में इस घोषणा के साथ उम्मीद जाहिर की कि कहा अफगानिस्तान निकट भविष्य में एक स्थिर देश बन जाएगा। तालिबान के उस बयान के कुछ घंटे बाद मुजाहिद प्रेस से मुखातिब हुए कि उसके बलों ने पंजशीर प्रांत पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि वह बातचीत के जरिए पंजशीर के मुद्दे को सुलझाना चाहते थे, लेकिन बातचीत विफल रही।
कार्यवाहक सरकार के गठन की संभावना
भविष्य की सरकार के सवाल पर मुजाहिद ने कहा कि इसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी, लेकिन बदलाव और सुधारों की गुंजाइश छोड़ने के लिए इसके एक कार्यवाहक सरकार के रूप में कार्य करने की संभावना है। अफगान सुरक्षा और रक्षा बलों के भाग्य के बारे में पूछे जाने पर मुजाहिद ने जवाब दिया कि पिछले 20 वर्षों में प्रशिक्षित बलों को तालिबान बलों के साथ सुरक्षा विभागों में फिर से शामिल होने के लिए कहा जाएगा।
काबुल हवाई अड्डे पर परिचालन सामान्य करने में लगी हैं टीमें
देश के बुनियादी ढांचे और विकास के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आक्रमणकारी कभी भी अफगानिस्तान का पुनर्निर्माण नहीं करेंगे और यह अफगानिस्तान के लोगों का काम है और उन्हें यह करना चाहिए। जबीउल्ला ने यह भी कहा कि कतर और तुर्की की तकनीकी टीम और संयुक्त अरब अमीरात की एक कम्पनी काबुल हवाई अड्डे पर परिचालन को सामान्य करने के लिए काम कर रही है।
अफगानिस्तान के विदेशी संबंधों पर मुजाहिद ने कहा कि तालिबान दुनिया के साथ अच्छे संबंध चाहता है, खासकर चीन के साथ क्योंकि यह एक बड़ी आर्थिक शक्ति है और यह अफगानिस्तान को पुनर्निर्माण और विकास में मदद कर सकता है।
पाकिस्तान के लगातार अनुरोध पर आईएसआई प्रमुख को काबुल यात्रा की मंजूरी दी
मुजाहिद ने आईएसआई प्रमुख फैज हामिद सहित पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की काबुल यात्रा के बारे में भी पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बार-बार काबुल की ऐसी यात्रा करने का अनुरोध किया था और तालिबान ने हाल ही में इसपर सहमति जताई थी।
मुजाहिद के अनुसार पाकिस्तान अफगानिस्तान में कैदियों की रिहाई को लेकर चिंतित है क्योंकि उनमें कुछ पाकिस्तान से संबंधित हो सकते हैं और पाकिस्तान में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तालिबान ने उन्हें आश्वासन दिया है कि किसी को भी अफगान क्षेत्र से किसी देश को धमकी देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।