लखनऊ, 14 जनवरी। उत्तर प्रदेश के कद्दावर ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को यहां समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला और कहा कि इस बार की मकर संक्रांति बीजेपी के अंत का इतिहास रचने जा रही है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में एक अन्य पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी और छह विधायकों सहित सपा में शामिल होने के अवसर पर काफी उत्साहित नजर आ रहे स्वामी प्रसाद ने कहा, ‘जो बीजेपी के लोग कुंभकर्णी नींद सो रहे थे, उनको अब नींद ही नहीं आ रही है। पहले वे लोग हमारी बात नहीं सुनते थे।’
बीजेपी ने पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की आंख में धूल झोंककर हथियाई थी सत्ता
चार दिन पूर्व ही योगी कैबिनेट के साथ पार्टी भी छोड़ देने वाले स्वामी प्रसाद ने कहा, ‘बीजेपी के कुछ लोग कहते हैं कि पांच साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया। कुछ कहते हैं बेटे के चक्कर में बीजेपी छोड़ी है। मैं बताना चाहता हूं कि बीजेपी ने गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की आंख में धूल झोंककर सत्ता हथियाई थी। सरकार बनाएं दलित और पिछड़े, मलाई खाएं अगड़े, पांच फीसदी लोग।’
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 14, 2022
मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर योगी पाप करते हैं और हिन्दुओं की दुहाई देते हैं
स्वामी प्रसाद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर योगी पाप करते हैं और हिन्दुओं की दुहाई देते हैं। उन्होंने सीएम योगी को ललकारते हुए पूछा, ‘क्या आपकी नजर में कुछ बड़ी जाति के लोग ही हिन्दू हैं, वही 10 से 5 प्रतिशत। फिर तो आपका बिस्तर पैक होना तय है। अब सब एक साथ खड़े होंगे। आज जिन 10 प्रतिशत को आप हिन्दू मानते हो, उनमें भी बंटवारा होगा क्योंकि उसमे भी कुछ समाजवादी और अंबेडकरवादी हैं।’
केशव मौर्य और स्वामी मौर्य के नाम उछाल कर बीजेपी ने बनाई थी सरकार
पडरौना के विधायक स्वामी प्रसाद ने कहा कि बीजेपी ने केशव मौर्य और स्वामी मौर्य के नाम उछाल कर सरकार बनाई थी। चर्चा थी कि सीएम होंगे केशव या स्वामी, पर हुआ क्या? पहले गाजीपुर से स्काईलैंप उतारने की कोशिश की गई। फिर स्काईलैंप आते-आते बीच में ही ब्लास्ट हो गया। दूसरा स्काईलैंप गोरखपुर से लाकर पिछड़े की आंखों में धूल झोंकी गई।
‘मैं जिसका साथ छोड़ता हूं, उसका अता-पता नहीं रहता’
स्वामी प्रसाद ने पूरे दम्भ के साथ कहा, ‘मैं जिसका साथ छोड़ता हूं, उसका कहीं अता पता नहीं रहता। बहन जी (मायावती) इसका जीता जागता उदाहरण हैं। वह बाबा साहब और कांशीराम के सिद्धांतो से हट गई थीं, उन्हे घमंड हो गया था। बहन मायावती ने दूसरा नारा दिया – जिसकी जितनी तैयारी, उसकी उतनी भागीदारी, वह थैली वालों के साथ खड़ी हो गईं।’
उन्होंने कहा, ‘बीएसपी तब नंबर एक पर थी, बीजेपी तीन पर थी और जैसे ही मैंने बीएसपी छोड़ी, बीजेपी आकाश चढ़ गई। लेकिन अब मैं उन्हें कहना चाहता हूं आपके बुरे दिन आ गए हैं। मेरे साथ कई लोग आ रहे हैं, इस्तीफा देने का सिलसिला चलता रहेगा।’