बलिया, 17 दिसम्बर। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को दावा किया कि तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके करिश्मा की जीत नहीं वरन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ( ईवीएम) के दुरुपयोग की जीत है।
कहा कि सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नही समझते, ऐसे लोग सनातन विरोधी हैं जबकि ‘ हम उनसे बड़े सनातनी हैं।’
स्वामी प्रसाद ने जिले के रसड़ा क्षेत्र में बौद्ध सम्मेलन कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ‘मैं दावे के साथ कहता हूं कि भाजपा ईवीएम का दुरुपयोग कर चुनाव जीत रही है। यह पीएम मोदी व उनके करिश्मे की नहीं बल्कि ईवीएम के दुरुपयोग की जीत है। ईवीएम का दुरुपयोग नहीं हुआ होता तो 2022 के विधानसभा चुनाव 2022 में ही उत्तर प्रदेश से भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया होता।’
‘सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नहीं समझते‘
भाजपा छोड़ने से पहले योगी आदित्यनाथ की पिछली कैबिनेट में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद ने सनातन धर्म से जुड़े एक सवाल के जबाब में स्वयं को बड़ा सनातनी बताया। उन्होंने कहा, ‘सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नहीं समझते। सनातन धर्म भगवान बुद्ध के मुंह से निकला हुआ शब्द है। अपने शिष्यों को संदेश देते हुए अंत में वह कहते थे कि जो मैं कह रहा हूं, वही सनातन धर्म है।’
उन्होंने सनातन को मानने वालों पर प्रहार करते हुए कहा, ‘ये तो नकल करते हैं। वे बौद्ध धर्म का सनातन लेकर बड़े सनातनी बनते हैं। इनके सनातन में और सच के सनातन में बहुत अंतर है। सच का सनातन जो आदि काल में था, आज भी है एवं वह आगे भी रहेगा।’
चीजों को स्पष्ट करते हुए मौर्य ने कहा, ‘जैसे सूर्य सबको प्रकाश देता है। सूर्य अपना प्रकाश देने में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई का भेदभाव नहीं करता। वह ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र में भेदभाव नहीं करता। इसी प्रकार हवा, पानी, अग्नि सबको समान रूप से अपना शक्ति प्रदान करती हैं। यह सनातन है।’
‘जो सनातन धर्म का ढोल पीटते हैं, वे सनातन विरोधी हैं, हम उनसे बड़े सनातनी‘
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘यह सनातन है कि बच्चा मां की पेट से पैदा होता है। लेकिन वे मुंह से ब्राह्मण पैदा कर देते हैं तथा बांहों से क्षत्रिय, जंघे से वैश्य और पैर से शूद्र पैदा कर देते हैं। इस तरह का बकवास सनातन नहीं हो सकता। सनातन वैज्ञानिक, सर्व ग्राही एवं सबको स्वीकार्य भी है। हम उनसे बड़े सनातनी हैं। इसलिए जो सनातन धर्म का ढोल पीटते हैं, वे सनातन विरोधी हैं।’
उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि से सटे शाही ईदगाह परिसर के एएसआई सर्वेक्षण के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट की मंजूरी और श्री काशी विश्वनाथ के चल रहे विवाद को लेकर आरोप लगाया है कि कुछ तथाकथित धार्मिक संस्थाएं धर्म के नाम पर नित्य उन्माद पैदा कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। यह न देश के हित में है और न ही संविधान के अनुसार है।
सपा नेता ने उत्तर प्रदेश में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका को लेकर कहा, ‘कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। I.N.D.I.A. गठबंधन की शुरुआत और पहल करने वाले वह हैं। वह सक्रिय भूमिका निभाते हैं तो स्वागत योग्य है।’ उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के विपक्षी गुट में शामिल होने को लेकर पूछे जाने पर कहा, ‘इस बाबत मायावती खुद तय करेंगी, हम सलाह देने वाले कौन होते हैं।’