लखनऊ, 12 जनवरी। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार से 24 घंटे पहले इस्तीफा दे चुके स्वामी प्रसाद मौर्य ने बुधवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनका अब भारतीय जनता पार्टी में वापसी का सवाल ही नहीं और वह 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
गौरतलब है कि योगी कैबिनेट में श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद ने मंगलवार को मंत्रिपरिषद के साथ-साथ भाजपा से भी इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद के साथ अपनी एक फोटो ट्वीट कर उनका और उनके समर्थकों का स्वागत किया तो राजनीतिक गलियारे में तेजी से खबर फैल गई कि स्वामी प्रसाद सपा में शामिल हो गए हैं।
हालांकि कुछ देर बाद खुद स्वामी प्रसाद ने कहा कि वह एकाध दिन में अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे और देर शाम उनकी बेटी व बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने भी पिता के सपा में शामिल होने का खंडन किया था।
‘मेरे कदम ने भाजपा में भूचाल ला दिया है’
स्वामी प्रसाद ने कहा, ‘मैं 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होऊंगा। मेरे पास किसी (भाजपा के) छोटे या बड़े राजनेता का फोन नहीं आया है। अगर वे समय पर सतर्क होते और सार्वजनिक मुद्दों पर काम करते तो भाजपा को इसका सामना नहीं करना पड़ता। मेरे कदम ने भाजपा में भूचाल ला दिया है और मेरे साथ कई मंत्री और विधायक भी पार्टी छोड़ेंगे।’
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद का उत्तर प्रदेश के गैर-यादव ओबीसी समुदाय के वोट बैंक पर बड़ा प्रभाव है और यही कारण है 2017 के चुनावों से पहले भाजपा उन्हें धूमधाम से पार्टी में लेकर आई थी और उनके लगभग सभी विश्वासपात्रों को टिकट मिला था।