लखनऊ, 16 फरवरी। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास के बीच हाथापाई का मामला बढ़ता जा रहा है। इस क्रम में स्वामी प्रसाद ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है।
सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मेरी हत्या के लिए सुपारी दी जा रही है। एक वर्ग विशेष के लोग मेरी सुपारी दे रहे हैं। साधु के भेष में आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं। मेरे नाम की सुपारी दी जा रही और सरकार मौन है। मैंने महिलाओं, दलितों आदिवासियों की बात उठाई है। मैंने अपनी सुरक्षा पत्र पीएम, राष्ट्रपति को भेज दिया है। सीएम और प्रमुख सचिव को भी पत्र भेजा है।’
स्वामी प्रसाद ने पुलिस कमिश्नर के नाम दी गई तहरीर में सुरक्षा मांगी
इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने पुलिस कमिश्नर के नाम दी गई तहरीर में लिखा है, ‘एबीपी के कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर मुझे आमंत्रित किया गया था। सम्मेलन से निकलते समय महंत राजू दास, तपस्वी छावनी मंदिर के महंत परमहंस दास व इनके साथियों ने तलवार, फरसा से मुझ पर हमला करने का प्रयास किया। इन लोगों ने पहले भी मुझे मारने के लिए 21 लाख की रकम देने की घोषणा की थी। सब कुछ साजिश के तहत किया गया है। मुझे अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया करायी जाए।’ हालांकि गोमतीनगर इंस्पेक्टर दिनेश कुमार मिश्र का कहना है कि जब दोनों पक्षों में हाथापाई हो रही थी, उस समय स्वामी प्रसाद वहां से निकल गए थे।
हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने स्वामी प्रसाद को दी खुली चुनौती
उधर, अयोध्या में महंत राजू दास ने पूरे मामले को साजिश बताया है। अयोध्या में गुरुवार को उन्होंने स्वामी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि आतंकी फंडिंग के तहत देश में दंगा फैलाने की कोशिश है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का दुर्भाग्य है उनकी पार्टी का बंटाधार करने पर ये तुले हुए हैं। इनकी राजनीतिक जमीन खिसक चुकी है। इसलिए यह राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं और सनातन धर्म और संस्कृति को गाली दे रहे हैं।
राजू दास ने धमकी भरे लहजे में कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बुधवार के पूरे घटनाक्रम की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ को दी जाएगी। साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ गुरुवार को लखनऊ में एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।