हैदराबाद, 25 अगस्त। पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक वीडियो जारी कर विवादों में घिरे हैदराबाद के गोशामहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह को पुलिस ने गुरुवार को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा उन्हें पहली ही निलंबित कर चुकी है और कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिनों में उनसे पूछा गया है कि क्यों न उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाए।
उल्लेखनीय है कि इस विवादित प्रकरण में टी राजा सिंह को गत मंगलवार की सुबह भी भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ घंटे बाद स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। उसके बाद से ही राजा सिंह के खिलाफ एक बार फिर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए थे।
पीडी एक्ट के तहत गिरफ्तारी, चेरियापल्ली सेंट्रल जेल भेजे गए
फिलहाल इस बार मंगलहाट पुलिस ने टी राजा सिंह के खिलाफ प्रिवेंशन डिटेंशन (पीडी) एक्ट के तहत काररवाई करते हुए गिरफ्तार किया। उन्हें उन्हें चेरियापल्ली सेंट्रल जेल में रखा गया है। उन्हें गिरफ्तार किए जाने के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे और जय श्री राम के नारे लगाते रहे। हैदराबाद पुलिस ने बताया कि टी राजा सिंह खिलाफ कुल 101 केस दर्ज हैं। इनमें से 18 मामले सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के हैं।
हैदराबाद के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी
गौरतलब है कि टी राजा सिंह के खिलाफ हैदराबाद के कई इलाकों में बीते कुछ दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार रात को भी हजारों की भीड़ हैदराबाद की सड़कों पर उतरी थी और ‘सिर तन से जुदा’ के नारे लगाते हुए भाजपा विधायक के खिलाफ एक्शन की मांग की थी। पुलिस ने बुधवार को लाठीचार्ज भी किया था ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके। इसके अलावा आरएएफ की तैनाती भी की गई थी।
दिलचस्प तथ्य यह है कि निलंबित विधायक टी. राजा सिंह ने गुरुवार की सुबह ही कहा था कि सीएम के. चंद्रशेखर राव ने इस मामले को ईगो पर ले लिया है। उन्होंने कहा था, ‘मैंने कोई गलती नहीं की है, लेकिन मुझे गिरफ्तार करने के लिए साजिश रची जा रही है।’
रिहाई के खिलाफ हैदराबाद पुलिस ने हाई कोर्ट में दाखिल की अर्जी
इस बीच राजा सिंह की रिहाई के खिलाफ हैदराबाद पुलिस ने हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। अदालत में पुलिस ने कहा है कि राजा सिंह का बयान भड़काऊ था और उन्हें रिहा करने के चलते समाज में अशांति फैल रही है।
इसलिए भड़का विरोध
गौरतलब है कि राजा सिंह ने बीते दिनों कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के हैदराबाद में हुए कार्यक्रम का विरोध करते हुए वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि फारूकी ने हमारे भगवान राम और सीता पर टिप्पणी की थी। ऐसे व्यक्ति को हैदराबाद में कार्यक्रम करने की परमिशन नहीं दी जा सकती। इसी वीडियो में उन्होंने पैगंबर पर टिप्पणी कर दी थी, जिसे लेकर बवाल मच गया। उनकी टिप्पणी पर विवाद बढ़ा तो यूट्यूब ने उस वीडियो को ही डिलीट कर दिया। लेकिन मुस्लिम समुदाय की नाराजगी इस कदर थी कि हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और ‘सिर तन से जुदा’ के नारे भी लगाए।