चंडीगढ़, 3 अगस्त। चंडीगढ़ जिला अदालत में शनिवार को फायरिंग से सनसनी फैल गई, जब पंजाब पुलिस के निलंबित AIG मलविंदर सिंह सिद्धू ने अपने दामाद हरप्रीत सिंह पर चार गोलियां दाग दीं। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही हरप्रीत मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों परिवारों के बीच घरेलू विवाद चल रहा था। इसी मामले में दोनों पक्ष शनिवार को चंडीगढ़ फैमिली कोर्ट में पहुंचे थे। मृतक हरप्रीत सिंह कृषि विभाग में आईआरएस थे। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया।
हरप्रीत का पत्नी संग चल रहा था विवाद
हरप्रीत का काफी समय से पत्नी के साथ विवाद चल रहा था। उनके बीच तलाक से पहले समझौते का मामला चंडीगढ़ जिला अदालत के मध्यस्थता केंद्र में चल रहा था। हरप्रीत की पत्नी इस समय विदेश में है और उसकी जगह उसके पिता मलविंदर सिंह सिद्धू मध्यस्थता केंद्र में सुनवाई के लिए पहुंचे। शनिवार को उनके मामले की तीसरी सुनवाई थी।
हरप्रीत जैसे ही मध्यस्थता केंद्र पहुंचे, तभी सिद्धू ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और हरप्रीत को साथ चलने को बोला। जैसे ही वे दोनों मध्यस्ता केंद्र के कमरे से बाहर निकले, तभी सिद्धू ने हरप्रीत पर ताबड़तोड़ चार गोलियां चला दी। एक गोली हरप्रीत के पांव में लगी जबकि एक उनके पेट में लगी। ताबड़तोड़ फायरिंग से अदालत के कर्मचारियों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। कुछ कर्मचारियों ने सिद्धू को पकड़ लिया और एक कमरे में बंद कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। हरप्रीत को जब अस्पताल ले जाने लगे तो रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपित मलविंदर सिंह सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया।
धोखाधड़ी और रिश्वत लेने के आरोप में हो चुके गिरफ्तार
वस्तुतः मलविंदर सिंह सिद्धू का विवादों से पुराना नाता रहा है। अक्टूबर, 2023 में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सिद्धू और उनके दो साथियों के खिलाफ जबरन वसूली, धोखाधड़ी और रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। मालविंदर सिंह सिद्धू को 25 अक्टूबर, 2023 को मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मालविंदर पूछताछ में शामिल होने के लिए मोहाली स्थित विजिलेंस कार्यालय पहुंचे थे। पूछताछ के दौरान विजिलेंस के अधिकारियों से उलझ पड़े थे और डीएसपी पर हमला कर दिया था। विजिलेंस के डीएसपी वरिंदर सिंह ने उनके खिलाफ मोहाली पुलिस को शिकायत दी थी।