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कोलकाता रेप-मर्डर केस के खिलाफ छात्रों का नबन्ना मार्च, छावनी में तब्दील शहर, पुलिस ने सील किया हाबड़ा ब्रिज

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कोलकाता, 27 अगस्त। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते पखवारे एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के रेप और उसकी नृशंस हत्या के मामले में ममता बनर्जी सरकार घिरती जा रही है। इस बीच राजनीतिक रंग ले चुके इस हत्याकांड के विरोध में पश्चिमबंगा छात्र समाज नाम के संगठन ने मंगलवार को नबन्ना मार्च निकाला है। भाजपा ने नबन्ना अभियान का समर्थन किया है तो वामपंथी दलों ने इसे भाजपा और आरएसएस की साजिश बताया है।

हाबड़ा ब्रिज पर तोड़फोड़, 4 छात्र हिरासत में

कोलकाता पुलिस ने नबन्ना अभियान के मद्देनजर हावड़ा ब्रिज को सील कर दिया है और ब्रिज पर लोहे की दीवार खड़ी की गई है। लेकिन प्रदर्शनकारी छात्रों ने लोहे की दीवार खींचकर हटा दी है। प्रदर्शन के बीच ही चार छात्रों को हिरासत में लिया गया है।

नबन्ना मार्च रोकने के लिए 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात

छात्रों के अभियान को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। इस अभियान को रोकने के लिए 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और 19 प्वॉइंट पर बैरिकेड लगाए गए हैं। वहीं नबन्ना भवन (राज्य सचिवालय भवन) के बाहर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है।

पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि अधिकारी सतर्क रहें और सीसीटीवी फुटेज की निगरानी करें। कोलकाता पुलिस ने इस अभियान के आयोजकों को एक मेल भी किया था, जिसमें उन नेताओं की जानकारी मांगी गई थी, जो रैली का नेतृत्व करेंगे। कोलकाता पुलिस ने आयोजकों से जानकारी मांगी थी कि कितने लोग इस रैली में शामिल हो रहे हैं और इसका रूट क्या होगा?

कोलकाता में यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन

गौरतलब है कि आज ही कोलकाता में यूजीसी नेट परीक्षा भी है। ऐसे में कोलकाता पुलिस इस लिहाज से भी तैयारी कर रही है कि किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में कठिनाई न हो। वहीं टीएमसी ने प्रदर्शन के लिए भाजपा समेत पूरे विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। टीएमसी ने कहा है कि विपक्ष राज्य में अशांति फैलाना चाहता है और माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहा है।

कोलकाता मामले में सामने आया नया वीडियो

इस बीच कोलकाता केस में अब विपक्षी दलों ने सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगाया है। पीड़िता का शव मिलने के तुरंत बाद घटनास्थल पर कई लोगों की भीड़ का एक कथित वीडियो सामने आया है। वीडियो में आरजी कर कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष, उनके वकील शांतनु डे, पुलिस और अस्पताल सुरक्षा कर्मचारी सेमिनार हॉल में दिखाई दे रहे हैं, जहां अपराध हुआ था।