ओटावा, 30 जनवरी। कोविड-19 वैक्सीन को अनिवार्य बनाने के कनाडा सरकार के फैसले का देश में व्यापक पैमाने पर विरोध हो रहा है। विरोध इस कदर बढ़ा कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके परिवार ने राष्ट्रीय राजधानी में अपना घर छोड़ दिया है और एक गुप्त स्थान पर चले गए हैं। स्थानीय मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है।
देशभर में फैल चुका है ट्रक चालकों द्वारा शुरू किया गया विरोध
दरअसल, सीमा पार से आने वाले ट्रक चालकों ने वैक्सीन अनिवार्यता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया था, जो ट्रूडो सरकार की कोरोना वायरस को लेकर लागू किए गए नियमों के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया है।
इसी क्रम में शनिवार को हजारों की संख्या में ट्रक चालक और अन्य प्रदर्शनकारी संसद परिसर में घुस आए और कोविड-19 वैक्सीन की अनिवार्यता के साथ अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिबंधों को खत्म करने की मांग करने लगे।
प्रदर्शनकारियों में बच्चे, बुजुर्ग और विकलांग भी शामिल थे
द ग्लोब एंड मेल अखबार के अनुसार प्रदर्शनकारियों में बच्चे, बुजुर्ग और विकलांग थे। कुछ ने ट्रूडो के खिलाफ आक्रामक और अश्लीलता से भरे नारे लिखे और संकेत बनाए थे। कुछ प्रदर्शनकारियों को प्रमुख युद्ध स्मारक पर नाचते हुए देखा गया, जिसकी कनाडा के शीर्ष सैनिक जनरल वेन आइरे और कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने निंदा की।
संभावित हिंसा को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर
कड़ाके की ठंड की चेतावनी के बावजूद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के संसदीय परिसर में घुस जाने के बाद संभावित हिंसा को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने कहा कि दिन के अंत तक करीब 10,000 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्टों का कहना है कि शनिवार शाम तक पुलिस के पास भीड़ की संख्या का आधिकारिक अनुमान नहीं था।
ट्रूडो ने भीड़ के हिंसक होने पर चिंता जाहिर की थी, लेकिन कहा था कि यह ट्रक चालकों के एक छोटे और अराजक समूह का विरोध है, जो कनाडाई लोगों के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।