पटना, 21 अगस्त। बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही कानून-व्यवस्था के मसले पर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इस क्रम में रविवार को राजधानी पटना में आक्रोशित भीड़ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हमला बोल दिया और तीन-चार वाहनों के शीशे चकनाचूर कर दिए। कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। घटना के बाद कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं।
पथराव के वक्त काफिले की किसी भी कार में नहीं थे सीएम नीतीश
हालांकि, घटना के समय केवल सीएम का कार काफिला गुजर रहा था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय काफिले की किसी कार में मौजूद नहीं थे। यह घटना पटना-गया मार्ग पर गौरीचक के सोहागी गांव में शाम को हुई। यह काफिला सोमवार को सीएम के प्रस्तावित दौरे के लिए एडवांस पार्टी के तौर पर गया जा रहा था।
निशाने पर CM! LIVE वीडियो:राजधानी पटना से बड़ी खबर सामने आ रही है.रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारकेड की गाड़ियों पर पथराव हुआ है.नीतीश कुमार इस कारकेड में मौजूद नहीं थे.पथराव के कारण सीएम के कारकेड के 3-4 गाडियों के शीशे टूट गए.घटना गौरीचक थाना के सोहगी गांव के पास का है pic.twitter.com/K9qyVqblth
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) August 21, 2022
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारकेड में चलने वाले वाहनों पर पथराव किया गया। लोगों ने वाहनों पर लाठी-डंडों से भी वार कर शीशे तोड़ दिए। संयोग था कि जिस समय मुख्यमंत्री के कारकेड में चलने वाली गाड़ियों पर हमला हुआ, उस वक्त नीतीश कुमार इस काफिले की किसी भी कार में मौजूद नहीं थे। उनके सुरक्षाकर्मी, जो मुख्यमंत्री की सुरक्षा का हिस्सा हैं, उस समय काफिले में मौजूद थे।
सीएम के प्रस्तावित दौरे के लिए एडवांस पार्टी के तौर पर गया जा रहा था काफिला
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 22 अगस्त को गया में निर्माणाधीन रबर डैम का निरीक्षण करने जाने वाले हैं। जिले में सूखे की स्थिति को लेकर भी सीएम नीतीश कुमार एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर से गया जाना है और इसके लिए उनकी गाड़ियों का काफिला एक दिन पहले ही गया जा रहा था।
पटना के जिलाधिकारी (डीएम) डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह के अनुसार पिछले 2-3 दिन से लापता एक युवक का शव बरामद हुआ था। इसे लेकर आक्रोशित लोगों ने गौरीचक के सोहागी गांव में पटना-गया मार्ग को जाम कर दिया था। स्थानीय लोगों ने युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम लगा रखा था। इसी बीच मुख्यमंत्री का कारकेड वहां से गुजर रहा था, जिसपर भीड़ ने हमला कर दिया।