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अपनी जिद पर कायम मोहसिन नकवी बोले – ‘भारतीय टीम चाहे तो ACC ऑफिस आकर मुझसे ले सकती है ट्रॉफी’

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दुबई, 1 अक्टूबर। एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी एशिया कप विजेता भारत टीम को ट्रॉफी लौटाने के लिए अपनी शर्तों पर अड़े हुए हैं और उन्होंने फिर कहा है कि भारतीय टीम चाहे तो एसीसी कार्यालय आकर उनसे व्यक्तिगत रूप से इसे स्वीकार कर सकती है।

नकवी ने, जो पाकिस्तान के गृह मंत्री और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष भी हैं, एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘एसीसी अध्यक्ष के रूप में मैं उसी दिन ट्रॉफी सौंपने के लिए तैयार था और अब भी तैयार हूं। यदि वे सचमुच ट्रॉफी चाहते हैं तो एसीसी कार्यालय आकर मुझसे इसे ले सकते हैं।’

एसीसी बैठक में ट्रॉफी के संदर्भ में कोई फैसला नहीं हो सका

क्रिकेट की वैश्विक वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार नकवी का यह बयान एसीसी बैठक के बाद आया है, जिसकी अध्यक्षता उन्होंने एक दिन पहले (मंगलवार को) दुबई में की थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला और पूर्व बोर्ड कोषाध्यक्ष आशीष शेलार ने बैठक में भाग लिया। शेलार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक से जुड़े थे। समझा जाता है कि इस बात पर कोई निर्णय नहीं हो पाया कि सूर्यकुमार यादव की टीम को ट्रॉफी और विजेताओं के पदक दिए जाएंगे या नहीं।

राजीव शुक्ला के सवाल पर नकवी बोले – यह मुद्दा बैठक के एजेंडे में नहीं

एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एसीसी की बैठक बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी देने के बारे में बात की। इस पर नकवी ने जवाब दिया कि यह मुद्दा एसीसी बैठक के एजेंडे में नहीं था। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान राजीव शुक्ला ट्रॉफी लेने पर जो देते रहे। लेकिन नकवी ने कहा कि यदि भारतीय टीम ट्रॉफी चाहती है, तो उनके कप्तान को एसीसी कार्यालय आकर उनसे ट्रॉफी ले लेनी चाहिए।

मैंने बीसीसीआई से माफी नहीं मांगी और न ही कभी ऐसा करूंगा

मोहसिन नकवी ने एक्स पोस्ट में उन खबरों का भी खंडन किया, जिनमें दावा किया गया था कि एसीसी अध्यक्ष ने एसीसी की वार्षिक आम बैठक में गत 28 सितम्बर को एशिया कप के पुरस्कार वितरण समारोह में अपने किए के लिए बीसीसीआई पदाधिकारियों से माफी मांगी थी। उन्होंने भारतीय मीडिया को झूठा करार देते हुए कहा, ‘मैं स्पष्ट कर दूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। मैंने कभी भी बीसीसीआई से माफी नहीं मांगी और न ही कभी ऐसा करूंगा।’

विवाद के कारण पुरस्कार वितरण समारोह एक घंटे से ज्यादा विलंबित रहा था

उल्लेखनीय है कि बीते रविवार (28 सितम्बर) को एशिया कप फाइनल के कुछ ही मिनटों बाद भारतीय टीम और मोहसिन नकवी के बीच गतिरोध हो गया, जिससे पुरस्कार वितरण समारोह एक घंटे से ज्यादा देर तक विलंबित रहा था। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने नकवी से विजेता ट्रॉफी और पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जो पोडियम पर पहुंच चुके थे। अंततः, कुलदीप यादव, तिलक वर्मा और अभिषेक शर्मा ने मंच पर मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्तियों से अपने-अपने पुरस्कार ग्रहण किए जबकि ट्रॉफी एसीसी के एक अधिकारी ने ली। भारत ने मंच पर जश्न तो मनाया, लेकिन ट्रॉफी या विजेता पदक के बिना।

पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत-पाक टीमों के बीच गतिरोध बना रहा

यह गतिरोध पूरे एशिया कप के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच कटु संबंधों का चरम था। भारत ने टॉस से पहले या मैच के बाद, मैदान पर किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। इस रवैये के लिए पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने बार-बार उनकी आलोचना की। 14 सितम्बर को एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के पहले मैच के बाद, भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने ऐसी टिप्पणियां कीं, जिसके कारण ICC  ने उनपर उनकी मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगाया गया।

उसके बाद 21 सितम्बर को सुपर 4 मैच में दर्शकों के प्रति हारिस रउफ के हाव-भाव के कारण उन पर भी इसी तरह का आर्थिक जुर्माना लगाया गया। दूसरे मैच के बाद सूर्यकुमार ने कहा कि दोनों टीमों के बीच जीत-हार के असंतुलित रिकॉर्ड के कारण अब यह प्रतिद्वंद्विता नहीं रही। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक रोमांचक फाइनल जीता। यह एशिया कप फाइनल में भारत-पाकिस्तान की पहली भिड़ंत थी।

अब भारत-पाक महिला टीमों के बीच 5 अक्टूबर को एक दिनी विश्व कप में भिड़ंत

दिलचस्प यह है कि भारत और पाकिस्तान की पुरुष टीमें लगातार तीन रविवार को बीते एशिया कप में खेल चुकी हैं और अब महिला टीमें अगले रविवार यानी पांच अक्टूबर को कोलंबो में महिला एक दिनी विश्व कप में आमने-सामने होंगी।

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