अयोध्या, 19 जून। श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा में तैनात यूपी पुलिस के विशेष सुरक्षा बल (SSF) के एक जवान की बुधवार की सुबह गोली लगने से मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया। गोली की आवाज सुनकर अन्य जवान और अधिकारी मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में घायल जवान को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जवान को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि हथियार के मिस हैंडलिंग से फायरिंग हुई। शीर्ष अधिकारियों ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है।
जवान के माथे पर लगी थी गोली
इस बीच एसएसपी राजकरन नैय्यर और आईजी प्रवीण कुमार ने मौके का तत्काल निरीक्षण किया और फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। लेकिन इसकी गहराई से जांच की जा रही है कि जवान के माथे पर गोली कैसे लगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री राम मंदिर के उत्तर दिशा में परिसर गेट के पास ड्यूटी पर तैनात जवान 25 वर्षीय शत्रुघ्न विश्वकर्मा के पास से सुबह लगभग 5.20 पर गोली चलने की आवाज आई तो आनन-फानन में परिसर की सुरक्षा में तैनात सभी सुरक्षाकर्मी अलर्ट हो गए और मोर्चा भी संभाल लिया। जब सुरक्षाकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे तो जवान शत्रुघ्न विश्वकर्मा जमीन पर पड़े हुए थे। घायल जवान को तत्काल एंबुलेंस से दर्शन नगर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिसर में दो सुरक्षा जवानों की पहले भी हो चुकी है मौत
इसके पहले भी राम जन्मभूमि परिसर में दो सुरक्षा जवानों की गोली लगने से मौत हो चुकी है। इसी वर्ष गत 26 मार्च को मंदिर की सुरक्षा में तैनात एक PAC प्लाटून कमांडर को संदिग्ध हालात में सीने में गोली लगी थी। वह अपनी AK-47 साफ करते समय गोली का शिकार हुए थे। वहीं 25 अगस्त, 2023 को पीएसी जवान कुलदीप त्रिपाठी की उसकी सर्विस रिवाल्वर से गोली लगने से मौत हो गई थी।
परिजनों को दी गई घटना की जानकारी
शत्रुघ्न विश्वकर्मा वर्ष 2019 बैच का था। वह अंबेडकरनगर के सम्मनपुर थाने के कजपुरा गांव का रहने वाला था। शत्रुघ्न के साथियों ने बताया कि घटना से पहले वह मोबाइल फोन देख रहा था। वह बीते कई दिनों से कुछ परेशान भी था। पुलिस ने घटना का जानकारी जवान के परिवार वालों को दे दी है। परिजनों को रो-रोकर बहुत बुरा हाल है। उन्हें इस बात का यकीन ही नहीं हो रहा कि शत्रुघ्न अब इस दुनिया में नहीं है।
योगी सरकार ने 4 वर्ष पहले किया था SSF का गठन
एसएसएफ की बात करें तो योगी सरकार ने अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा के लिए चार वर्ष पहले इसका गठन किया था। एसएसएफ के पास किसी को भी बिना वारंट के गिरफ्तार करने का अधिकार है। इस फोर्स का नेतृत्व एडीजी स्तर के अधिकारियों के द्वारा किया जाता है।