Site icon Revoi.in

एशिया कप क्रिकेट : श्रीलंका छठी बार चैंपियन, सिक्के की उछाल भी पाकिस्तान के काम नहीं आ सकी

Social Share

दुबई, 11 सितम्बर। जब सामने वाला योद्धा अस्त्र-शस्त्र से मजबूत होकर विजय रथ पर सवार हो तो कोई तरकीब काम नहीं आती और रविवार को यहां दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की दूधिया रोशनी में यही सब कुछ देखने को मिला, जब श्रीलंका ने खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को सहज अंदाज में 23 रनों से हराकर छठी बार एशिया कप जीतने के साथ भारत के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। इसके साथ ही श्रीलंकाई टीम की यह खिताबी जीत देशवासियों को निश्चित रूप से संबल प्रदान करेगी, जो सदी के सबसे भयावह आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।

यूएई के मैदानों की यह सामान्य धारणा रही है कि रात को ओस पड़ने के चलते बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम फायदे में रहती है और यही सोचकर पाकिस्तान ने सिक्के की उछाल जीतते ही पहले गेंदबाजी का फैसला कर लिया था। लेकिन सामने दासुन सनाका की वह श्रीलंकाई टीम थी, जिसने टूर्नामेंट का पहला मैच (अफगानिस्तान के खिलाफ) गंवाने बाद फाइनल तक के सफर में लगातार चार मैच प्रभावशाली अंदाज में जीते थे और आज खिताबी मुकाबले में भी उसने वही पराक्रम जारी रखा।

भानुका व हसंगा ने श्रीलंका को दिया चुनौतीपूर्ण स्कोर

पहले बल्लेबाजी पर बाध्य श्रीलंका की शुरुआत खराब रही थी और नौवें ओवर में 58 पर पांच विकेट गिर गए थे। इसके बावजूद टीम ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भानुका राजपक्षे के बहुमूल्य अर्धशतक (नाबाद 71 रन, 45 गेंद, तीन छक्के, छह चौके) व हरफनमौला वानिंदु हसरंगा डीसिल्वा (36 रन, 21 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) व चामिका करुणारत्ने (नाबाद 14 रन, 14 गेंद, एक छक्का) के साथ उनकी उपयोगी भागीदारियों से छह विकेट पर 170 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर ले गई।

 

54 रनों की वृद्धि पर गिर गए पाकिस्तान के अंतिम 8 बल्लेबाज

जवाब में पाकिस्तानी टीम ओपनर मो. रिजवान (55 रन 49 गेंद, एक छक्का, चार चौके) व इफ्तेखार अहमद (32 रन, 31 गेंद, एक छक्का, दो चौके) की कोशिशों के बावजूद सभी विकेट गंवाकर 147 रनों तक पहुंच सकी। प्रमोद मधुसूदन लियानगामगे (4-34), बल्ले के बाद गेंद से भी चमक बिखेरने वाले ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ हसरंगा डीसिल्वा (3-27) और चामिका (2-33) की यह मारक गेंदबाजी थी, जिसके सामने एक समय 2-93 वाला पाकिस्तान 54 रनों की वृद्धि पर अपने अतिम आठ विकेट गंवा बैठा। इस क्रम में हसरंगा ने 17वें ओवर में अपने तीनों शिकार किए।

रिजवान व इफ्तेखार ने तीसरे विकेट के लिए 71 रन जोड़े

पाकिस्तान ने चौथे ओवर में लियनगामगे की लगातार गेंदों पर कप्तान बाबर आजम (5) व फखर जमां (0) को गंवा दिया। उस वक्त स्कोर 22 था। लेकिन स्पर्धा के लगभग हर मैच में बड़ी पारियां खेलने वाले मो. रिजवान ने फिर अर्धशतक जमाया और इफ्तेखार अहमद के साथ 59 गेंदों पर 71 रनों की साझेदारी से गाड़ी पटरी पर लौटा दी।

स्कोर कार्ड

फिलहाल 14वें ओवर में इफ्तेखार के लौटते ही श्रीलंकाई गेंदबाज हावी हो गए और लक्ष्य तक पहुंचने के प्रयास में विपक्षी बल्लेबाज आउट होते गए। रिजवान व इफ्तेखार के अलावा सिर्फ हारिस रऊफ (13) दहाई का मुंह देख सके, जो पारी की अंतिम गेंद पर लियनगामगे के चौथे शिकार बने।

खराब शुरुआत के बाद भानुका की हसरंगा और चामिका के साथ अर्धशतकीय भागीदारियां

इसके पूर्व पाकिस्तानी पेसर हारिस रऊफ (3-29) व उनके साथी गेंदबाजों ने श्रीलंका की शुरुआत खराब कर दी और शीर्ष पांच बल्लेबाजों में सिर्फ धनंजय डीसिल्वा (28 रन, 21 गेंद, चार चौके) ही दहाई में पहुंच सके थे। लेकिन भानुका ने यहीं से कमान संभाली। पहले उन्होंने हसरंगा के साथ 36 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी से स्थिति संभाली और फिर करुणारत्ने को एक छोर पर खड़ा रखते हुए अंतिम 31 गेंदों पर अटूट 54 रन ठोकते हुए दल को 170 तक पहुंचा दिया। यही स्कोर बाद में पर्याप्त साबित हुआ।