साउथैम्पटन, 19 जून। भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में शनिवार को यहां द रोज बाउल ग्राउंड पर टॉस के लिए उतरते ही टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में नए अध्याय का सृजन कर दिया।
दरअसल, कोहली की कप्तानी में यह 61वां टेस्ट मैच है और वह अपने पूर्ववर्ती महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी करने वाले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। धोनी ने अपने टेस्ट करिअर के दौरान 60 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की थी।
विराट की कप्तानी में 36 टेस्ट जीत चुकी है टीम इंडिया
वर्ष 2008-2014 के दौरान धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 27 मैचों में जीत दर्ज की जबकि 18 मैचों में हार मिली और 15 मैच ड्रॉ रहे। उसके बाद 2014 से कप्तानी संभाल रहे विराट की अगुआई में भारत ने अब तक 36 टेस्ट मैच जीते हैं जबकि 14 में उसे पराजय का सामना करना पड़ा है और 10 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। कोहली के नाम घर में लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीतने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। इस मामले में वह ऑस्ट्रेलियाई रिकी पोंटिंग के बराबर हैं।
कोहली विश्व क्रिकेट के चौथे सफलतम टेस्ट कप्तान
टेस्ट खेलने वाले सभी देशों की बात करें तो कोहली दक्षिण अफ्रीकी ग्रीएम स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ के बाद दुनिया के चौथे सफलततम टेस्ट कप्तान हैं।
अब तक के सबसे सफल कप्तान स्मिथ ने 109 टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम कप्तानी की और 53 में जीत दर्ज की। उनकी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने 29 टेस्ट गंवाए और 27 मुकाबले ड्रॉ रहे। रिकी पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 77 टेस्ट मैचों में कप्तानी की। उस दौरान कंगारुओं को 48 में जीत, 16 में हार मिली और 13 मुकाबले ड्रॉ रहे थे। स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 57 में से 41 टेस्ट जीते और नौ में उसे पराजय का सामना करना पड़ा था। सात मुकाबले ड्रॉ रहे थे।
बतौर कप्तान सबसे ज्यादा टेस्ट जीत के मामले में कोहली वेस्टइंडीज के दिग्गज कप्तान क्लाइव लॉयड के बराबर हैं। क्लाइव लॉयड ने 74 टेस्ट मैचों में कप्तानी थी। उनकी कप्तानी में वेस्टइंडीज ने 36 टेस्ट जीते, 12 हारे और 26 ड्रॉ रहे।