नई दिल्ली, 26 जून। केंद्रीय खेलमंत्री किरण रिजिजू ने देश के खेल प्रशंसकों से अपील की है कि जिस प्रकार वे क्रिकेटऔर क्रिकेटरों का सपोर्ट करते हैं, उसी तरह टोक्यो ओलंपिक खेलों में भागीदारी करनेजा रहे एथलीटों का भी समर्थन करें। रिजिजू ने शनिवार को यहां खेल मंत्रालय के सहयोग सेसीआईआई स्पोर्ट्स कॉम इंडस्ट्री कंफेडरेशन के दौरान अपनी भावुक अपील में कहा, ‘मैं चाहता हूं कि ओलंपिक आंदोलन और इसकामहत्व सभी को मालूम चले। खेल देश का सबसे बड़ा सॉफ्ट पावर है।’
भारतीय खिलाड़ियों से टोक्यो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकी उम्मीद आगामी 23 जुलाई से शुरू होने जा रहे टोक्यो ओलंपिक में भारतीय दल से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद जताते हुए रिजिजू ने कहा कि देश मेंओलंपियनों को क्रिकेटरों की तरह लोकप्रिय बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए और वह इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।
कॉन्फ्रेंस में कई दिग्गजों ने की भागीदारी
राष्ट्रीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा, ‘आज मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि टीमका हर सदस्य अपने बेस्ट फॉर्म में ट्रेनिंग ले रहा है और पदक जीत सकता है। अगर वेपदक लाने या प्रदर्शन करने में नाकाम रहते हैं मुझे यकीन है कि वे काफी निराश होंगे।’ मास्को ओलंपिक 1980 की स्वर्ण पदक विजेता हॉकी टीम के हीरो रहे दिग्गज एम.एम. सोमाया को भरोसा है कि भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमें ओलिंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगी।
सोमाया ने कहा, ‘हॉकी में हमारे पास विश्व के बेस्ट कोच हैंऔर मौजूदा दिनों में हमारी पुरुष और महिला टीमों की कमान सही हाथों में है।’ इस सत्र में 2016 रियो पैरालंपिक खेलों की रजत पदक विजेतादीपा मलिक और 2012 लंदन ओलंपिक की शूटिंग में कांस्य पदक जीतने वाले गगन नारंगसहित अन्य लोगों ने भी भागीदारी की।
भारत को खेलों में महाशक्ति बनाना चाहते हैं रिजिजू
रिजिजू इससे पहले भी भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने कीबात कह चुके हैं। टोक्यो ओलंपिक शुरू होने से एक माह पहले एक ऑनलाइन प्रेसकॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट औरपांच दशक पहले हॉकी को छोड़कर भारत किसी खेल में महाशक्ति नहीं रहा। हमारा इतनाबड़ा देश है और यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन ओलंपिक में अधिक पदक नहींमिलते।’टोक्यो ओलंपिक के लिए भारत की तैयारियों से संतुष्टउन्होंने कहा,‘मैं टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों से संतुष्ट हूं और खिलाड़ियों को तैयारी केसर्वश्रेष्ठ अवसर दिए गए हैं। चार वर्षों में सालाना अभ्यास और प्रतिस्पर्धाकैलेंडर (एसीटीसी) के तहत 1,100 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। हम पूरी तैयारी केसाथ बड़ा दल भेज रहे हैं और उम्मीद है कि प्रदर्शन भी अब तक का सर्वश्रेष्ठ होगा।’