टोक्यो, 8 जुलाई। कोविड-19 महामारी के कारण पहले ही एक वर्ष विलंबित हो चुके टोक्यो ओलंपिक खेलों पर फिर खतरा मंडराने लगा है। वैश्विक खेलों के महाकुंभ की शुरुआत में अब सिर्फ 15 दिन शेष रह गए हैं, तभी राजधानी टोक्यो में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसके चलते यहां कोरोना आपातकाल लगा दिया गया है।
राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने आपातकाल की घोषणा की। कोरोना आपातकाल लगाए जाने के बाद टोक्यो ओलंपिक के दौरान स्टेडियमों में स्थानीय दर्शकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लग सकता है।
टोक्यो में 22 अगस्त तक प्रभावी रहेगा आपातकाल
प्रधानमंत्री सुगा ने बताया कि आपातकाल सोमवार से प्रभावी होगा और 22 अगस्त तक चलेगा। इसका मतलब है कि 23 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले ओलंपिक खेल पूरी तरह से आपातकाल के तहत आयोजित किए जाएंगे।
बार, रेस्तरां और शराब पार्लर बंद रहेंगे
आपातकाल लगने के साथ ही बार, रेस्तरां और शराब परोसने वाले पार्लर बंद रहेंगे। इस फैसले के बाद लोग ओलंपिक के दौरान बाहर शराब नहीं पी सकेंगे।
टोक्यो में बुधवार को 920 नए मामले सामने आए
टोक्यो में बुधवार को 920 नए मामले सामने आए, जो एक हफ्ते पहले आए मामलों से 714 ज्यादा है। 13 मई को 1,010 मामले सामने आने के बाद यह सबसे ज्यादा संख्या है। विदेशों से आने वाले दर्शकों को महीनों पहले ही ओलंपिक के लिए आने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
दो हफ्ते पहले ही आयोजकों और आईओसी ने स्टेडियम की 50 प्रतिशत क्षमता में लोगों को प्रवेश की अनुमति दे दी थी। लेकिन दर्शकों की संख्या 10,000 से ज्यादा नहीं हो सकती थी। फिलहाल अब आपातकाल लगने से उन्हें योजना बदलने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
टोक्यो ओलंपिक का हुआ था जमकर विरोध
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए टोक्यो ओलंपिक खेलों का जापान की जनता और डॉक्टरों के संगठन ने विरोध किया था। हालांकि विरोध के बावजूद आईओसी और स्थानीय आयोजक हर चार वर्ष पर होने वाले दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन को लेकर अड़े रहे।