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‘अलविदा टोक्यो…..पेरिस में फिर मिलेंगे’, रंगारंग कार्यक्रमों के बीच 32वें ओलंपिक खेलों का समापन

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टोक्यो, 9 अगस्त। ‘अलविदा टोक्यो…..पेरिस में फिर मिलेंगे’। रविवार की रात 32वें ओलंपिक खेलों के रंगारंग समापन समारोह में कुछ ऐसा ही नजारा दिखा, जब 17 दिनों तक विभिन्न खेल स्पर्धाओं में कड़ी प्रतिस्पर्धा करने वाले दुनियाभर के खिलाड़ी जापानी राजधानी के ओलंपिक स्टेडियम में एकत्र हुए और तीन वर्ष बाद (2024) फ्रांसीसी राजधानी पेरिस में फिर मिलने के वायदे के साथ एक-दूसरे से भावुक विदाई ली।

कुछ सौ विशिष्टि अतिथियों की मौजूदगी में पूरी की गईं औपचारिकताएं
कोरोना महामारी के चलते एक वर्ष विलंब से आयोजित टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान भी संक्रमण के मामले लगातार दिखे। लेकिन आयोजकों ने इस चुनौती का भी मुकाबला करने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी और अंततः खेलों के सकुशल आयोजन में वे सफल रहे। हालांकि गत 23 जुलाई को हुए उद्घाटन समारोह की ही भांति समापन समारोह के दौरान भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक सहित कुछ सौ विशिष्टि अतिथियों की मौजूदगी में ही औपचारिकताएं पूरी की गईं।

दुल्हन की तरह सजाए गए स्टेडियम में आतिशबाजी के साथ समापन समारोह की शुरुआत हुई, जिसमें आयोजकों ने उन अनगिनत व्यक्तियों के लिए आभार व्यक्त किया, जिन्होंने ओलंपिक खेलों को समापन समारोह तक पहुंचाने में मदद की। इसके बाद जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख सहित अन्य विशिष्ट अतिथि आधिकारिक स्टैंड में उपस्थित हुए।

लगभग ढाई घंटे तक चला समारोह एक वीडियो के साथ शुरू हुआ, जिसमें 17 दिनों की स्पर्धाओं का सार था। वीडियो में फोकस रिकॉर्ड और स्कोर पर नहीं, बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के साहसिक प्रयासों पर था, जिन्होंने रोज कोविड-19 जांच करवाते हुए कड़े बायो-बबल में हिस्सा लिया। समारोह का मुख्य संदेश था कि खेल एक उज्जवल भविष्य के दरवाजे खोलेंगे।

पहलवान बजरंग पूनिया ने की भारतीय दल की अगुआई

सबसे पहले जापान का राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के बाद प्रतिभागी देशों के खिलाड़ियों ने अपने राष्ट्रीय ध्वजों के साथ स्टेडियम में प्रवेश किया। भारत के 10 एथलीटों और अधिकारियों ने समारोह में हिस्सा लिया और कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया ने राष्ट्रध्वज के साथ भारतीय दल की अगुआई की। देखा जाए तो टोक्यो ओलंपिक भारत के लिए यादगार रहा है। उसने ओलंपिक में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और एक स्वर्ण, दो रजत व चार कांस्य सहित सात पदक जीते।

आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाख ने की खेलों के समापन की औपचारिक घोषणा

लगभग डेढ़ घंटे तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बाद ओलंपिक गान के बीच ओलंपिक ध्वज उतारा गया। टोक्यो के मेयर कोइके युरिको ने ओलंपिक ध्वज आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख को सौंपा, जिन्होंने इसे 2024 खेलों के मेजबान पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो को सौंप दिया।

थॉमस बाख ने इसके बाद संक्षिप्त उद्बोधन के बीच 32वें ओलंपिक खेलों के समापन की औपचारिक घोषणा की और पेरिस में फिर मिलने के वायदे के साथ सबके प्रति आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही ओलंपिक स्टेडियम में पिछले 17 दिनों से प्रज्ज्वलित ओलंपिक लौ धीरे-धीरे बुझा दी गई।

टोक्यो 2020 अध्यक्ष ने की प्रतिभागियों के जज्बे की तारीफ

टोक्यो 2020 अध्यक्ष ने सेको हाशिमोटो ने अपने उद्बोधन में प्रतिभागी खिलाड़ियों के जज्बे की तारीफ की और कहा कि खेलों से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का कोई संबंध नहीं है। टोक्यो में शुक्रवार को 4,066 मामले सामने आए।

पैरालंपिक खेल टोक्यो में ही 24 अगस्त से 5 सितम्बर तक

फिलहाल ओलंपिक खेल समाप्त हो गए हैं तो आयोजकों को फैसला करना होगा कि पैरालंपिक के दौरान दर्शकों को अनुमति दी जाए या नहीं। हाशिमोटो ने कहा कि इसका फैसला सही समय पर किया जाएगा। पैरालंपिक खेल 24 अगस्त से पांच सितम्बर तक यहीं आयोजित किए जाएंगे।

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