टोक्यो, 4 अगस्त। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ असाधारण प्रदर्शन के सहारे ओलंपिक हॉकी इतिहास में पहली बार सेमीफाइनल तक जा पहुंचीं भारतीय महिलाओं ने बुधवार को विश्व रैंकिंग में खुद से आठ स्थान ऊपर अर्जेंटीना को भी कड़ी टक्कर दी, लेकिन वे शुरुआती बढ़त को कायम नहीं रख सकीं और लैटिन अमेरिकी टीम ने 2-1 की जीत से फाइनल में प्रवेश कर लिया।
गुरजीत कौर ने दूसरे ही मिनट में दिला दी थी बढ़त
ओआई स्टेडियम की नार्थ पिच पर उतरी भारतीय महिलाओं को दूसरे ही मिनट में गुरजीत कौर के शॉर्ट कॉर्नर गोल से विश्व नबंर चार अर्जेंटीना को दबाव में ला दिया था। पहल क्वार्टर तक यह बढ़त कायम भी रही। लेकिन बराबरी पर आने को व्यग्र अर्जेंटीनी महिलाओं ने भी हमले जारी रखे और कप्तान मारिया बारिओनुएवो ने 18वें व 36 मिनट में दो शॉर्ट कॉर्नर भुना अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर दी।
नीदरैंड्स ने गत चैंपियन ब्रिटेन पर ठोके 5 गोल
भारत की अब छह अगस्त को कांस्य पदक के लिए रियो ओलंपिक के विजेता विश्व नंबर पांच ग्रेट ब्रिटेन से टक्कर होगी, जिसे दूसरे सेमीफाइनल में मौजूदा विश्व चैंपियन नीदरलैंड्स ने 5-1 से धोकर रख दिया। विश्व नंबर एक डच महिलाओं ने इसके साथ ही रियो ओलंपिक के फाइनल में ब्रिटेन के हाथों हुई पराजय का भी हिसाब चुकता कर लिया।
पुरुषों की भांति महिलाएं भी बढ़त कायम नहीं रख सकीं
भारतीय महिलाओं की बात करें तो अपने पुरुष समकक्षों की तरह वे भी शुरुआती दबाव को अंत तक बरकरार रखने में असफल रहीं। ज्ञातव्य है कि मनप्रीत सिंह की अगुआई में उतरी पुरुष टीम भी सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ एक समय 2-1 की बढ़त ले रखी थी। लेकिन उसके बाद विश्व नंबर दो यूरोपीय टीम ने अपने दमखम व तेजी के सामने भारतीयों को टिकने नहीं दिया था, जिन्हें अब कांस्य पदक के लिए जर्मनी का सामना करना है।
मुकाबले की खास बात यह रही कि सभी तीनों गोल पेनाल्टी कॉर्नर से हुए। भारत ने जहां तीन में एक शॉर्ट कॉर्नर भुनाया वहीं अर्जेंटीना को छह पेनाल्टी कॉर्नर मिले। हालांकि भारतीय रक्षापंक्ति कई मौकों पर अडिग रही, लेकिन फॉरवर्ड लाइन व मध्य पंक्ति बाद में अर्जेंटीनी तेजी के सामने दबाव में आ गई। फिर भी रैंकिंग में बड़े फासले के लिहाज से देखें तो रानी रामपाल की अगुआई में उतरी टीम का प्रदर्शन कहीं से कमजोर नहीं कहा जा सकता।