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एक दिनी सिरीज : श्रीलंका के खिलाफ निर्णायक बढ़त दिलाने के बाद दीपक बोले – राहुल सर की टिप्स काम आई

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कोलंबो, 21 जुलाई। नाजुक वक्त पर मैच जिताऊ पारी (नाबाद 69 रन, 82 गेंद, एक छक्का, सात चौके) खेलकर श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की एक दिनी सीरीज में भारत को 2-0 की निर्णायक बढ़त दिलाने वाले मीडियम पेसर दीपक चाहर ने इस कामयबी का श्रेय कोच राहुल द्रविड़ को दिया है।

193 के स्कोर पर निकल गए थे 7 बल्लेबाज

गौरतलब है कि मंगलवार की शाम आर. प्रेमदासा स्टेडियम में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 275 रन बनाए थे। जवाब में भारत की आधी टीम 18 ओवरों में 116 पर लौट चुकी थी और 35 ओवरों में 193 के योग पर जब सातवां विकेट गिरा तो बाजी हाथ से निकलती प्रतीत हो रही थी।

चाहर की भुवनेश्वर के साथ अटूट 84 रनों की भागीदारी

लेकिन आठवें क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे चाहर ने साथी पेसर भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 19 रन, 26 गेंद, दो चौके) के साथ मिलकर अटूट 84 रनों की साझेदारी कर दी और टीम इंडिया ने पांच गेंदों के रहते 277 रन बनाकर तीन विकेट की रोमांचक जीत हासिल कर ली।

श्रीलंका के खिलाफ जीती लगातार नौवीं वनडे सीरीज

इसके साथ ही भारत ने श्रीलंका के खिलाफ लगातार नौवीं एक दिनी सीरीज अपने नाम की। मौजूदा सीरीज का तीसरा व अंतिम एक दिनी 23 जुलाई को यहीं खेला जाएगा और उसके बाद 25, 27 व 29 जुलाई को तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले भी इसी मैदान पर खेले जाएंगे।

‘राहुल सर ने मुझे हर गेंद को खेलने की सलाह दी थी’

‘मैन ऑफ द मैच’ चाहर ने मैच के बाद कहा कि वह राहुल द्रविड़ के विश्वास के कारण ही टीम इंडिया को जीत दिला पाए। उन्होंने कहा, ‘देश के लिए मैच जीतने से बड़ी बात कोई नहीं है। राहुल सर ने मुझे हर गेंद को खेलने की सलाह दी थी।’

अंतरराष्ट्रीय एक दिनी करिअर में पहला पचासा जड़ने वाले उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी 28 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा, ‘राहुल सर ने मुझ पर भरोसा जताया। जब वह इंडिया ए के कोच थे तो मैं उनके अंडर में खेला हूं। वहां भी बल्लेबाजी में मैने कुछ अच्छी पारियां खेलीं। राहुल सर ने मुझसे कहा कि मैं सात नबंर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं। लक्ष्य 50 तक पहुंचा तो मुझे लगा हम जीत सकते हैं। मैंने कुछ रिस्क भी लिए।’

सूर्य कुमार यादव ने भी जड़ा करिअर का पहला पचासा

जवाबी काररवाई के दौरान पहले मैच में भारत की जीत के हीरो रहे शिखर धवन (29) और ईशान किशन (1) सहित तीन बल्लेबाज 65 रनों के भीतर निकल गए तो पहले मनीष पांडेय (37 रन) ने थोड़ी स्थिति संभाली तो फिर अंतरराष्ट्रीय करिअर का पहले अर्धशतक (53 रन, 44 गेंद, छह चौके) लगाने वाले सूर्य कुमार यादव व क्रुणाल पांड्या (35 रन) ने दल को संघर्ष में बनाए रखा था। अंततः दीपक व भुवी ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।

इसके पूर्व श्रीलंका ने चरिथ असालंका (65 रन, 68 गेंद, छह चौके) व ओपनर अविष्का फर्नांडो (50 रन, 71 गेंद, एक छक्का, चार चौके) की अर्धशतकीय पारियों से चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। भारत के लिए भुवनेश्वर व यजुवेंद्र चहल ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि दीपक चाहर ने दो शिकार किए थे।

श्रीलंकाई धरती पर भारत की लगातार 10वीं वनडे जीत

सच पूछें तो टीम इंडिया एक दिनी प्रारूप में 2012 से श्रीलंका में अपराजय रही है। वह 24 जुलाई, 2012 के बाद श्रीलंका में एक भी वनडे मैच नहीं हारी है और अब तक लगातार 10 जीत दर्ज कर चुकी है। टीम इंडिया के अलावा किसी भी टीम ने श्रीलंका में लगातार इतने मैच नहीं जीते हैं। भारतीय टीम ने इससे पहले 2017 में श्रीलंका का दौरा किया था। तब उसने मेजबान टीम को वनडे सीरीज में 5-0 से हराया था।