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नहीं रहे स्पिन के जादूगर शेन वॉर्न : दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर का 52 वर्ष की उम्र में निधन

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नई दिल्ली, 4 मार्च। दुनिया के सर्वकालिक महान गेंदबाजों में शुमार ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वॉर्न का शुक्रवार को निधन हो गया। वह 52 वर्ष के थे। वार्न के मैनेजमेंट की ओर से जारी एक संक्षिप्त बयान में बताया गया कि महान लेग स्पिनर की थाईलैंड के कोह समुई में मौत हो गई। उनकी मौत संभवतः हार्ट अटैक से हुई है। शेन वार्न ने कुछ घंटे पहले ही क्रिकेटर रोड मार्श के निधन पर दुख जताया था। लेकिन तब किसी को क्या पता था कि इस महान गेंदबाज का ये आखिरी ट्वीट होगा।

थाईलैंड के कोह समुई स्थित विला में हार्ट अटैक से गई जान

फॉक्स स्पोर्ट्स चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक वार्न के मैनेजमेंट ने ऑस्ट्रेलियाई समयानुसार शनिवार को तड़के (भारतीय समयानुसार शुक्रवार को) अपने बयान में बताया, ‘शेन को उनके विला में बेजान पाया गया, उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। मेडिकल स्टाफ की सर्वश्रेष्ठ कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। परिवार इस वक्त प्राइवेसी की गुजारिश करता है और आगे की विस्तृत जानकारी बाद में दी जाएगी।’

मुरलीधरन के बाद सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज

कलाई की जादूगरी से अपने समय के लगभग सभी दिग्गजों को जाल में फंसाने वाले शेन वॉर्न ने 1992 से 2007 के बीच 145 मैचों के टेस्ट करिअर में 708 विकेट चटकाए, जो मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक हैं। टेस्ट करिअर में उन्होंने 37 बार पारी में पांच विकेट और मैच में 10 बार 10 विकेट हासिल किए थे। उन्होंने 194 एकदिवसीय मैचों में 293 विकेट हासिल किए थे।

विज्डन के सदी के पांच क्रिकेटरों की लिस्ट में भी शुमार

वॉर्न को विज्डन के सदी के पांच क्रिकेटरों की लिस्ट में भी शुमार किया गया था। वॉर्न ने अपना टेस्ट डेब्यू भारत के खिलाफ 1992 में सि़डनी में किया था। वहीं, वनडे डेब्यू उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में मार्च-1993 में किया।

वॉर्न 1999 में विश्व कप विजेता रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य भी रहे। इस विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 33 रन देकर चार विकेट हासिल करने के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ भी चुना गया था।

इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन

वॉर्न का प्रदर्शन खासकर इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार रहा था। उनके 708 टेस्ट विकेट में से 325 इन्हीं दोनों टीमों के खिलाफ आए। साल 1993 में मैनचेस्टर एशेज टेस्ट में माइक गाटिंग को फेंकी गई उनकी गेंद को ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ माना जाता था।

कभी कप्तान न बन पाने का मलाल

शेन वॉर्न ने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी, 2007 में खेला। 1999 में वह ऑस्ट्रेलिया के उप कप्तान भी बने, लेकिन उन्हें कभी कप्तान बनने का मौका नहीं मिला। वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद वॉर्न ने आईपीएल में पहली बार कप्तानी की और पहले ही सीजन में राजस्थान रॉयल्स को चैम्पियन बना दिया था।

दुनियाभर के क्रिकेट सितारों ने व्यक्त कीं शोक संवेदनाएं

इस बीच शेन वॉर्न के निधन पर दुनियाभर के क्रिकेट सितारों ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की है। भारतीय सितारों – वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण समेत कई खिलाड़ियों ने दुख जताया है। वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं विश्वास नहीं कर सकता। महान स्पिनर सुपरस्टार शेन वॉर्न नहीं रहे। दुनिया भर में उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।’

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने शेन वॉर्न के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘यह अत्यंत दुखद है। हमारे खेल के एक दिग्गज और चैंपियन ने हमें छोड़ दिया है। अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है।’

रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर जताई थी प्रतिक्रिया

शेन वॉर्न ने हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी जताई थी। उन्होंने ट्वीट कर यूक्रेन के पक्ष में संदेश लिखा और रूस की काररवाई को पूरी तरह गलत, अकारण और अनुचित बताया था।

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