वाराणसी, 8 मार्च। विधानसभा चुनाव को दो दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की कथित हेराफेरी का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार देर रात तक जमकर बवाल काटा।
मतगणना स्थल से कुछ ईवीएम अन्यत्र भेजी जा रही थीं
दरअसल, एक वाहन से मतगणना स्थल से एक वाहन के जरिए कुछ ईवीएम ट्रेनिंग के लिए अन्यत्र भेजी जा रही थीं। इस दौरान ईवीएम बाहर ले जाते हुए वाहन को सपा कार्यकर्ताओं ने पकड़ा और चालक को बंधक बना लिया। वे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगाने लगे और यह सूचना फैलते ही वहां सपा और कांग्रेस के कई प्रत्याशियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया।
अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों से सपाइयों की नोकझोंक
आक्रोशित सपा कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम तक पहुंच गए, जहां सुरक्षा में तैनात अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों से उनकी नोकझोंक भी हुई। रात तक लगभग दो हजार से अधिक सपा कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंच गए। पांडेयपुर-आशापुर मार्ग को जाम कर दिया। अंत में पांडेयपुर-आशापुर एहतियातन बंद करना पड़ा।
पुलिस कमिश्नर व जिलाधिकारी मयफोर्स मौके पर पहुंचे
स्थिति तनावपूर्ण होते देख जिले पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा मयफोर्स मौके पर पहुंचे और नेताओं को समझाने का प्रयास किया। कमिश्नरेट की दस थानों की फोर्स सहित अतिरिक्त पुलिस बल पहड़िया मंडी बुलाई गई। हंगामे की बात वायरल होते ही सपा के अलावा बसपा, कांग्रेस और सुभासपा के भी कार्यकर्ता पहड़िया मंडी पहुंच गए।
जिलाधिकारी बोले – ट्रेनिंग की लिए ले जा रही थीं 20 ईवीएम
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि बुधवार को वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है। उसके लिए पहड़िया मंडी में स्थित खाद्य निगम के गोदाम से 20 ईवीएम ले जाई जा रही थीं। उसे एक छोटी गाड़ी में सवार कुछ लोगों द्वारा रोका गया। उन लोगों को यह भ्रम हुआ कि कहीं ये वो ईवीएम तो नहीं हैं, जिनके जरिए मतदान हुआ है।
ट्रेनिंग और मतदान में उपयोग की गईं ईवीएम अलग-अलग
कौशल राज शर्मा ने कहा, ‘ट्रेनिंग और मतदान में उपयोग की गईं ईवीएम आपस में एक दूसरे से जुड़ी हुई नहीं हैं। सभी चीज़ें स्पष्ट कराई जा रही हैं। हमने अब निर्णय लिया है कि बुधवार को जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना ईवीएम के ही करवा दी जाएगी।’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर डीएम, वाराणसी ने कहा, ‘बाद में यहां भीड़ हो गई थी। सभी अधिकारियों ने उन्हें समाझाया। अब सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बलुाया गया है कि आप सभी स्पष्ट कर लीजिए कि जो ईवीएम ले जाई जा रही थी, वे सभी ट्रेनिंग के लिए थी।’
चुनाव में उपयोग की गई ईवीएम स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सीलबंद
उनका कहना था कि चुनाव में उपयोग की गई ईवीएम स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सीलबंद हैं। सीसी कैमरों की निगरानी में हैं। पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश ने बताया कि तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए फोर्स तैनात कर दी गई है।