संभल, 30 अप्रैल। उत्तर प्रदेश की संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार जियाउर रहमान बर्क ने आपत्तिजनक भाषण के आरोप में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को लेकर रोष प्रकट करते हुए मंगलवार को कहा कि उनपर जो एकतरफा काररवाई हुई है, उसे वह नहीं भूलेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की भाषा पर भी सवाल उठाए।
बर्क के खिलाफ माफिया से नेता बने अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के संबंध में एक विवादास्पद बयान देने के आरोप में सोमवार को एक पुलिस अधिकारी ने मामला दर्ज किया। इस मामले में चार-पांच अज्ञात लोगों को भी आरोपित बनाया गया है।
सरायतरीन कस्बे में बर्क ने सोमवार की रात एक सभा में कहा, ”मैने चमन सराय में तकरीर की, मैं चुनाव आयोग और पुलिस अधिकारियों से पूछना चाहता हूं कि अगर भाजपा के लोग आचार संहिता का उल्लंघन करें तो कोई बात नहीं और हम लोग दायरे में रह कर सही बात कहें तो मुकदमे दर्ज हो रहे हैं।”
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में सत्तारूढ़ दल (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा ”याद रखना, यह दिन एक सा रहने वाला नहीं है। कभी दिन बड़े होते हैं तो कभी की रात। याद रखना, वक्त बदलेगा। हम पर जो एक तरफा कारवाई हुई है, उसे हम कभी नहीं भूलेंगे।”
बर्क ने कहा, ”पहले चरण से इंडिया गठबंधन और समाजवादी पार्टी के पक्ष में जो आंधी चली है, वह सातवें चरण तक रुकने वाली नहीं है। यह (भाजपा नीत) सरकार बदलकर ही रुकेगी। हमें तो ताज्जुब है कि देश के प्रधानमंत्री जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने लगे हैं, वैसी भाषा तो एक मंत्री और विधायक को भी नहीं इस्तेमाल करनी चाहिए।”
संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज कुमार ने सोमवार को बताया, ‘‘ कल एक सभा में सपा प्रत्याशी जियाउर रहमान बर्क ने एक आपत्तिजनक भाषण दिया और टिप्पणी की। उन्होंने कुछ अपराधियों का नाम लेकर उन्हें ‘हीरो’ के रूप में पेश किया और कहा कि उनके साथ गलत हुआ है।’’
सीओ ने बताया कि उनके द्वारा की गई भड़काऊ टिप्पणियों का संज्ञान लेते हुए, उड़न दस्ता और निगरानी टीम ने एक शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर बर्क और चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रविवार को संभल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बर्क ने जनता से अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे अन्य नेताओं के ‘‘बलिदान को व्यर्थ न जाने देने’’ की अपील की थी।
बर्क ने कहा था, ‘‘याद रखिए जो कुर्बानियां और परेशानियां भाजपा के समय में हुई हैं, वो आपको बताने की जरूरत नहीं है। चाहे आजम खान और उनके परिवार को जेल में डालना हो, चाहे शाहबुद्दीन साहब हों, अतीक अहमद साहब हों, मुख्तार अंसारी साहब हों… उनके साथ जो हुआ, उसे भुलाया नहीं जा सकता। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देने का संकल्प लें। भाजपा का सूपड़ा साफ रखकर दम लेना है।’’ संभल में सात मई को मतदान होना है।