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दक्षिण अफ्रीका अब कोविड महामारी के साथ जीने को तैयार, लॉकडाउन या क्‍वारंटीन नियम की कोई योजना नहीं

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जोहानेसबर्ग, 16 जनवरी। दक्षिण अफ्रीका की अब कोविड महामारी को देखते हुए देश में लॉकडाउन या क्‍वारंटीन नियमों को लागू करने की कोई योजना नहीं है और वह इसके साथ ऐसे ही जीने को तैयार है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार ने कोरोना महामारी पर नजर रखते हुए अधिक व्‍यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने का फैसला किया है।

विशेषज्ञों का मत – पाबंदियों से समाजिक पहलुओं पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है

दक्षिण अफ्रीका में विशेषज्ञों ने गत नौ जनवरी को कहा था कि पाबंदियों से अर्थव्‍यवस्‍था, आजीविका तथा समाज के अन्‍य पहलुओं पर अप्रत्‍यक्ष, लेकिन हानिकारक प्रभाव पड़ता है। उन्‍होंने कहा कि सरकार को विश्‍वभर में लगाई जा रही कोविड पाबंदियों का आंख बंद करके अनुसरण नहीं करना चाहिए। यह दक्षिण अफ्रीका में संभव नहीं है और ऐसा करने से थोड़ा ही फायदा होगा।

ओमिक्रॉन का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही पता चला था

गौरतलब है कि कोरोना के तीसरे वैरिएंट ओमिक्रॉन का सबसे पहले नवंबर के दूसरे पखवारे में दक्षिण अफ्रीका में पता चला था, जो धीरे-धीरे दुनिया के अधिकतर देशों में फैल गया। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमण के 15 जवनरी तक 35 लाख से अधिक मामले आ चुके हैं। इनमें 93,278 लोगों की मौत हुई है तथा 33,60,879 मरीज स्वस्थ घोषित किए जा चुके हैं। देश में अब भी 1,02,476 कोविड मरीजों का उपचार चल रहा है