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सोनी-ZEE का होने जा रहा ‘मेगा मर्जर’, विलय सौदे को सीसीआई ने दी सशर्त मंजूरी

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नई दिल्ली, 5 अक्टूबर। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने मंगलवार को मीडिया कम्पनियों – सोनी और जी के विलय को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी। विलय के बाद बनने वाली इकाई देश के बड़े मीडिया समूहों में से एक होगी।

सीसीआई ने ट्विटर पर लिखा है कि उसने कुछ संशोधन के साथ सौदे को मंजूरी दी है। प्रस्तावित विलय की घोषणा पिछले साल सितम्बर में की गई थी। आयोग ने कहा कि उसने जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. (जी) और बांग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लि. (बीईपीएल) के कल्वेर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लि. (सीएमई) के साथ विलय को कुछ संशोधन के साथ मंजूरी दी है। कल्वेर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लि. को पूर्व में सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लि. के नाम से जाना जाता था। फिलहाल मंजूरी का पूरा ब्योरा नहीं मिला है।

सूत्रों ने कहा कि नियामक शुरू में इस निष्कर्ष पर पहुंचा था कि इस सौदे का प्रतिस्पर्धा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। उसके बाद दोनों पक्षों को नोटिस जारी किए गए थे। उसके फलस्वरूप दोनों पक्षों ने स्वेच्छया से कुछ प्रस्ताव दिए, जिसे नियामक ने स्वीकार कर लिया। एक निश्चित सीमा से अधिक के विलय के लिये सीसीआई से मंजूरी की जरूरत होती है।

जी लिमिटेड ने बयान में कहा, ‘प्रस्तावित विलय से सभी पक्षों के लिए सृजित होने वाले मूल्य को देखते हुए कम्पनी ने नियामक के दिशानिर्देश के अनुसार कुछ कदम की पेशकश की है।’कम्पनी ने यह भी कहा कि इस मामले में विस्तृत ब्योरे की प्रतीक्षा है।

वहीं सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने कहा कि विलय के लिए सीसीआई से मिली मंजूरी से उसे खुशी है। कम्पनी ने कहा, ‘अब हमें विलय के बाद नई कम्पनी शुरू करने के लिए अन्य नियामकीय मंजूरी का इंतजार है…।’

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